Side effects of electric mosquito repellent: मच्छर मारने वाली लिक्विड आमतौर पर हर घर में इस्तेमाल की जाती है। ज्यादातर लोगों के घर में ये सुबह से लेकर रात तक ऑन रहती है। तो, किसी के यहां ये रातभर ऑन रहती है। लेकिन, सवाल ये है कि ये तरीका क्या सही है। तो, आपको बता दें कि मच्छर मारने वाली लिक्विड में वैपोराइजिंग कैमिकल हो सकते हैं जो सांस लेने के लिए सुरक्षित नहीं हैं और सांस से जुड़ी समस्या को बढ़ा सकते हैं। इसमें N,N-diethyl-meta-toluamide जैसे कैमिकल्स होते हैं जो व्यापक रूप से मच्छरों और टिक्स जैसे काटने वाले कीटों को भगाने के लिए उपयोग किया जाता है। साथ ही अलग-अलग प्रोडक्ट में अलग-अलग चीजें हो सकती हैं जो कि नुकसादेह भी हो सकते हैं। कैसे, जानते हैं।
मच्छर मारने वाली लिक्विड के नुकसान-Side effects of electric mosquito repellent in hindi
मच्छर मारने वाली लिक्विड के कारण आंखों में जलन या एलर्जी भी हो जाती है। बड़ी मात्रा में इसके कैमिकल्स में सांस लेना गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। जिसकी वजह से आपको सिर दर्द, आंखों में एलर्जी, जलन, चक्कर आना, मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है। इसलिए इसे ज्यादा जलाने से बचें।
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मच्छर मारने वाली लिक्विड कितने घंटे जलाना चाहिए?
तो, आपको मच्छर मारने वाली लिक्विड को 2 से 3 घंटे जलाना चाहिए वो भी सोने के समय नहीं। इसे करने का सही तरीका ये है कि सोने से पहले कमरे में 2 से 3 घंटे इसे ऑन कर दें। इतने में मच्छर मर जाएंगे। फिर जब आप सोने आएं तो इसे बंद कर दें और आराम से सोएं। इसे दिन रात जलाने से बचें। साथ ही इस जला कर सोने की कोशिश तो बिलकुन न करें।
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ये लोग मच्छर मारने वाली लिक्विड से रहें दूर
अगर आपको अस्थमा, निमोनिया या फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं रहती हैं तो इसे अपने से बहुत दूर जलाएं और कमरा बंद न रखें। ताकि आपकी ये तमाम बीमारियां ट्रिगर न हो। इसके अलावा आपके घर में अगर छोटे बच्चे हैं तो भी इस काम को करने के दौरान थोड़ा सतर्क रहें। नहीं तो, ये आपके बच्चे को बीमार कर सकता है।