अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान के कारण अब लोगों को यूरिक एसिड की समस्या होने लगी हैं। दरअसल, यूरिक एसिड हमारी बॉडी में पाया जाने वाला एक वेस्ट पदार्थ है। जो अपने आप बाहर निकल जाता है लेकिन जब किडनी ढंग से यूरिक एसिड को फ़िल्टर नहीं कर पाती है तब बॉडी विषाक्त पदार्थों को ठीक ढंग से बाहर नहीं निकाल पाती है तो यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है जो धीरे-धीरे क्रिस्टल में बदलने लगते हैं जो गठिया का रूप ले लेते हैं। बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाने के कारण जोड़ों में तेज दर्द, सूजन, जकड़न जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर इसे समय रहते कंट्रोल नहीं किया तो यह किडनी फेलियर, लिवर फेलियर या फिर हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें। इससे काफी हद तक इसे कंट्रोल किया जा सकता है। स्वामी रामदेव के अनुसार आज के समय में हम अपने खानपान का जरा सा भी ध्यान नहीं रखते हैं। कई बार जाने-अनजाने में हम अपनी डाइट में ऐसी चीजें शामिल कर लेते हैं, जिससे यूरिक एसिड घटने के बजाय तेजी से बढ़ जाता है। जानिए कुछ ऐसी सब्जियों के बारे में जिनका सेवन यूरिक एसिड के मरीजों को नहीं करना चाहिए।
भूलकर भी इन सब्जियों का न करें सेवन:
- बैंगन: बैंगन में भरपूर मात्रा में प्यूरीन पाया जता है ऐसे में यूरिक एसिड जे मरीजों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि इसके कारण यूरिक एसिड का लेवल तो बढ़ेगा ही। इसके साथ ही शरीर में सूजन, चेहरे में रैशेज और खुजली जैसी परेशानी हो सकती है।
- मटर: यूरिक एसिड के मरीजों को सूखे मटर का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में प्यूरीन पाया जाता है। मटर से निकलने वाला प्रोटीन शरीर में प्यूरिन के लेवल को बढ़ा सकता है। जिन लोगों में गठिया की समस्या से उन्हें हरी मटर का सेवन नहीं करना चाहिए।
- पालक: अगर आपका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ हैं तो पालक, मशरूम, पत्तागोभी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। खासकर पालक का सेवन तो सोच समझकर ही करना चाहिए। क्योंकि इसमें प्रोटीन और प्यूरीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, इसका सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड बहुत तेजी से बढ़ने लगता है। यूरिक एसिड बढ़ने पर पालक खाने से गठिया और जोड़ों से जुड़ी दूसरी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है।
- अरबी: अरबी सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन गाउट के मरीजों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इससे जोड़ों में दर्द के साथ यूरिक एसिड बढ़ सकता है।