डायबिटीज की बीमारी अब महामारी बनकर लोगों के सामने आ रही है। सिर्फ हमारे देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में इस समय सबसे ज़्यादा मरीज डायबिटीज के हैं। इस बीमारी की शुरुआत खराब लाइफ स्टाइल की वजह से होती है। इसके मरीजों कोअपनी डाइट का ध्यान रखना होता है। अच्छी डाइट फॉलो कर शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। लेकिन, जानकारी के अभाव में कई बार शुगर मरीज तीन ऐसी चीज़ों का सेवन करते हैं जो उनके लिए हानिकारक है। चलिए जानते हैं मधुमेह के मरीजों को अपनी डाइट में किन तीन चीज़ों का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए?
डायबिटीज के मरीजों को इन 3 चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए
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दही: आयुर्वेद के अनुसार, दही की प्रकृति गर्म होती है (ठंडी नहीं, जैसा कि आप सभी मानते हैं)। यह पचने में भारी और चिपचिपा भी होता है। यह शरीर में कफ दोष को बढ़ाता है (जब कफ बढ़ता है, तो आपका वजन बढ़ता है, आपका मेटाबॉलिज्म खराब होता है और आप आलसी हो जाते हैं)। कफ आपके चैनल्स को भी ब्लॉक करता है, जिससे पोषण की कमी हो सकता है और कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स भी बढ़ सकते हैं। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को दही खाने से बचना चाहिए। दही की जगह आप कभी-कभी छाछ (अधिक पानी के साथ तैयार) का सेवन किया जा सकता है।
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गुड़: डायबिटीज के मरीज अक्सर विकल्प के रूप में चीनी की जगह गुड़ का सेवन करते हैं। बता दें, शुगर के मरीजों के लिए गुड़ का सेवन भी फायदेमंद नहीं है। चीनी के बराबर या उससे अधिक या कम मात्रा में गुड़ का सेवन करने से भी शुगर बढ़ता है। हालांकि, गुड़ चीनी से 100% ज़्यादा सेहतमंद होता है क्योंकि चीनी के विपरीत गुड़ बिना किसी रसायन के प्राकृतिक प्रक्रिया से बनाया जाता है और पोषण से भरपूर होता है। इसलिए आपको गुड़ का सेवन ज़रूर करना चाहिए, इसे संयमित मात्रा में करना ज़रूरी है। लेकिन डायबिटीज के मरीज़ों को इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
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सफ़ेद नमक: डायबिटीज के मेजों में हाई ब्लड प्रेशर की संभावना ज़्यादा होती है, जिससे हृदय रोग, स्ट्रोक, किडनी रोग का जोखिम बढ़ जाता है। नमक का सेवन रक्त शर्करा को प्रभावित नहीं करता है। लेकिन नमक को सीमित करना या सेंधा नमक का सेवन करना निश्चित रूप से आपको उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और अन्य मधुमेह जटिलताओं को रोकने या नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।