भारत समेत दुनियाभर में कुछ सालों में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़े हैं। डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है, ऐसी स्थिति में शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है। या फिर उसका उपयोग ठीक से नहीं कर पाता। इंसुलिन की कमी होने से शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर के दूसरे अंग जैसे किडनी, आंखें, हार्ट और आपकी ओवरऑल हेल्थ भी प्रभावित होती है। यही वजह है कि डायबिटीज को खतरकान बीमारी माना गया है। एक बार डायबिटीज हो जाए तो इसे सिर्फ कंट्रोल ही किया जा सकता है। डायबिटीज के लक्षणों को इग्नोर करना आपको मुश्किल में डाल सकता है। अगर सुबह-सुबह इनमें से कोई लक्षण नजर आए तो भूलकर भी इग्नोर न करें।
सुबह दिखाई देते हैं डायबिटीज के ये लक्षण
अगर आपको सुबह उठते ही बहुत ज्यादा प्यास लगे तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। ये लक्षण डायबिटीज की ओर इशारा करते हैं। अगर आपको खुजली, थकान, कमजोरी और जागते ही ज्यादा भूख लगती है तो डायबिटीज के मरीज हो सकते हैं। वजन कम होना और रात या दिन में प्यास ज्यादा लगना भी ब्लड शुगर बढ़ने के संकेत हैं। रात में बहुत बार पेशाब जाना और पेशाब भरा हुआ लगते रहना भी डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं।
सुबह क्यों बढ़ जाता है ब्लड शुगर लेवल
दरअसल लिवर हमारी बॉडी को दिनभर के लिए तैयार करता है और ज्यादा एक्टिव बनाने के लिए ब्लड शुगर रिलीज करता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीज सुबह हाई ब्लड शुगर महसूस कर सकते हैं। जिसकी वजह से सुबह गला और मुंह सूखने लगता है। नजर कमजोर लगती है और सुबह थकान और भूख भी लगने लगती है। प्राइवेट पार्ट्स में खुजली महसूस होना भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। ये लक्षण आपको पूरे दिन भी महसूस हो सकते हैं।
डायबिटीज के मरीज डाइट का रखें ख्याल
शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा दिनभर कम ज्यादा होती रहती है। हालांकि कई बार हमें इसका एहसास नहीं होता, क्योंकि शरीर में स्वस्थ इंसुलिन का लेवल शुगर लेवल को कंट्रोल करता रहता है। डायबिटीज के मरीज को दिनभर अपने खाने-पीने का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। डाइट से ब्लड शुगर पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। अगर शरीर में होने वाले बदलाव पर नज़र नहीं रखी तो बीमारी बिगड़ सकती है।
डायबिटीज के सामान्य लक्षण
- बहुत ज्यादा भूख लगना
- वजन में तेजी से कमी आना
- हाथ-पैरों में झुनझुनी महसूस होना
- थकावट और कमजोरी रहना
- स्किन ड्राई होना और घावों देरी से भरना
- बहुत ज्यादा प्यास लगना
- रात में बहुत ज्यादा पेशाब आना
- संक्रमण के शिकार होना
- बालों का झड़ना