वॉर्निंग...चेतावनी..अलर्ट...ये वो शब्द हैं ...जो आपको आने वाली मुसीबतों से आगाह करते हैं लेकिन इनके मायने तब बेमानी हो जाते हैं जब लोग इन्हें नज़रअंदाज़ कर देते हैं और फिर उम्र भर पछताते हैं। ऐसा ही कुछ लंदन में हुई एक स्टडी में सामने आया जहां यंगस्टर्स ने स्वाद के लिए सेहत कुर्बान करते वक्त एक सेकंड के लिए भी नहीं सोचा। दरअसल वहां लोगों का खानपान बदलने के लिए फूड प्रोडक्ट्स पर वार्निंग लेबल लगाए गए जैसे बर्गर से मिलने वाली कैलोरी बर्न करने के लिए 20 मिनट पैदल चलना होगा, कोल्डड्रिंक पीने पर 30 मिनट की वॉक करनी पड़ेगी। उम्मीद थी कि इससे लोग अपनी फूड हैबिट्स बदलेंगे लेकिन हैरानी इस बात की है कि उन्हें वॉर्निंग लेबल्स से रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ा, वो भी ये जानते हुए कि ज़रूरत से ज्यादा कैलोरी इनटेक ओबेसिटी और फिर हाई शुगर का खतरा भी कई गुना बढ़ा देता है।
ये हाल लंदन का ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों का है फिलहाल भारत सहित अमेरिका, चीन, जर्मनी जैसे 10 शक्तिशाली देशों में 84 लाख टाइप 1 डायबिटिक हैं जो अगले 18 साल में 2 करोड़ तक पहुँचने की आशंका है। अगर ऐसा हुआ तो कैंसर की रफ्तार में भी तेज़ी आ सकती है क्योंकि एक और ताज़ा स्टडी के मुताबिक टाइप-1 डायबिटीज़ में रोज़ इंसुलिन लेने से कैंसर होने का ख़तरा भी बना रहता है।
टाइप 2 डायबिटीज़ भी हेल्थ एक्सपर्ट्स का सिरदर्द बनी हुई है..पूरी दुनिया में 53 करोड़ से ज़्यादा एडल्ट्स इस बीमारी से जूझ रहे हैं, तो भारत में ये आंकड़ा 8 करोड़ के करीब है। देश में लगभग इतने ही लोग प्री डायबिटिक भी हैं जिन्हें बॉर्डर लाइन क्रॉस करने से रोकना बेहद ज़रूरी है। इसके लिए लोगों को खुद efforts करने होंगे। लाइफस्टाइल और खानपान सुधारना होगा और योग-आयुर्वेद को अपनाकर हाई शुगर को रिवर्स मोड पर लाना होगा।
टाइप-1 डायबिटीज, बच्चों से लेकर बड़े तक सभी उम्र के लोगों को हो सकता है। हाल ही में द लॅन्सेट द्वारा किए गए स्टडी में भारत, अमेरिका, चीन, जर्मनी जैसे 10 देशों के लोग टाइप-1 डायबिटीज की चपेट में ज्यादा पाए गए। जो समय के साथ हार्ट, खून की नली, आंखों, गुर्दे और तंत्रिकाओं को गंभीर नुकसान पहुंचाती है। वैसे तो डायबिटीज टाइप- 2 (Type-2 Diabetes) को सबसे आम माना जाता है। लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
द लॅन्सेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार, ये 10 देश भारत,अमेरिका, ब्राजील, चीन, जर्मनी, स्पेन, कनाडा, ब्रिटेन, रूस और सऊदी अरब में टाइप-1 डायिबटीज (Type-1 Diabetes) से सबसे ज्यादा लोग ग्रसित हैं। 2021 की इस रिपोर्ट के मुताबिक अभी लगभग 8.4 मिलियन लोग इस बीमारी की चपेट में हैं, जो 2040 में 13.5 मिलियन से 17.5 मिलियन तक बढ़ने की संभावना है। स्वामी रामदेव से जानिए क्या है डायबिटीज के लक्षण, इलाज और प्रिकॉशन।
डायबिटीज के लक्षण
- ज़्यादा प्यास लगना
- बार-बार यूरिन आना
- बहुत भूख लगना
- वजन घटाना
- चिड़चिड़ापन
- थकान
- कमज़ोरी
- धुंधला दिखना
हाई शुगर इन अंगों के लिए है खतरनाक
- ब्रेन
- आंख
- हार्ट
- लिवर
- किडनी
- ज्वाइंट्स
नॉर्मल शुगर लेवल
खाने से पहले 100 से कम
खाने के बाद 140 से कम
प्री-डायबिटीज
खाने से पहले 100-125 mg/dl
खाने के बाद 140-199 mg/dl
डायबिटीज
खाने से पहले 125 से ज्यादा mg/dl
खाने के बाद 200 से ज्यादा mg/dl
डायबिटीज़ की वजह
- तनाव
- बेवक्त खाना
- जंकफूड
- पानी कम पीना
- वक्त पर न सोना
- वर्कआउट न करना
- मोटापा
- जेनेटिक
सर्दी में शुगर रोगी क्या करें ?
- सर्दी में डाइट पर खास ध्यान दें
- खुद को गर्म रखें
- हाई कैलोरी फूड से बचें
- वर्कआउट जरूर करें
- आधा घंटा धूप में बैठें
शुगर का इलाज
- हफ्ते में 150 मिनट वर्कआउट
- शुगर का खतरा 60% करता है कम
- रोज़ 20-25 मिनट करें एक्सरसाइज़
चीनी कितनी खाएं ?
- 1 दिन में 5 ग्राम से ज्यादा चीनी ना खाएं
- 5 ग्राम यानि 1 चम्मच चीनी ही खाएं
- 3 गुना ज्यादा चीनी खाते हैं लोग
शुगर कैसे होगी कंट्रोल
- खीरा-करेला-टमाटर का जूस लें
- गिलोय का काढ़ा पीएं
- मंडूकासन- योगमुद्रासन फायदेमंद
- 15 मिनट कपालभाति करें
- खाने के 1 घंटे बाद पानी पिएं
- सिर्फ गुनगुना पानी पिएं
- सुबह खाली पेट नींबू-पानी लें
- लौकी का सूप, जूस-सब्जी खाएं
- अनाज -चावल कम कर दें
- रोज 1 चम्मच मेथी पाउडर खाएं
- सुबह लहसुन की 2 कली खाएं
- गोभी, करेला लौकी खाएं
3 पौधों से शुगर कंट्रोल
- एलोवेरा
- स्टीविया प्लांट
- इंसुलिन प्लांट
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