अनियमित जीवनशैली की वजह से डायबिटीज बीमारी ने व्यापक रूप ले लिया है। आजकल बुजुर्ग से लेकर युवा हर कोई इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज़ नहीं आया है, इसे महज़ कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि, भारत में इस बीमारी को लेकर स्थिति बहुत अलग है। इसमें खाने से पहले शुगर लेवल कम होता है और खाने के बाद ज़्यादा हो जाता है। दरअसल, यहां लोग खाली पेट ब्लड शुगर का टेस्ट कराते हैं लेकिन खाने के बाद शुगर टेस्ट पर ध्यान नहीं देते हैं। भारतीयों के खाने का पैटर्न इस प्रकार का है कि शुगर लेवल बढ़ता ही है। इसलिए उनमें खाने के बाद शुगर बहुत बढ़ जाता है। और खाने के बाद शुगर बढ़ना शुरुआत में ही टाइप 2 डायबिटीज के होने का सबसे बड़ा संकेत है।
बादाम के सेवन से कम होगा शुगर लेवल
लेकिन हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, इसके पीड़ित खाने से 30 मिनट पहले बादाम का सेवन कर, ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं। ब्रेकफास्ट, लंच और रात के खाने से 30 मिनट पहले रोज़ाना 20 ग्राम बादाम खाएं तो इससे ब्लड का ग्लूकोज लेवल नॉर्मल स्थिति में आने लगता है। साथ ही इससे डायबिटीज भी कंट्रोल होने लगती है।
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दरअसल, बादाम में पाए जानेवाले मोनो-अनसैचुरेटेड फैटी एसिड, फाइबर और प्रोटीन की भरपूर मात्रा के कारण इसे शुगर में प्री-मील के रूप में चुना गया है। यानी बादाम को ऐसे ही सुपरफूड नहीं कहा जाता। खाने से पहले बादाम का सेवन टाइप 2 डायबिटीज के होने के जोखिम को न सिर्फ रोक देता है बल्कि जिसे डायबिटीज है उसमें भी डायबिटीज को खत्म करने की क्षमता रखता है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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