डायबिटीज पेशेंट को अपने शुगर लेवल को हमेशा चेक करते रहना चाहिए। थोड़ी सी भी लापरवाही आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए खानपान के अलावा दवाई और कुछ घरेलू नुस्खे भी आप अपना सकते हैं। आज हम आपको ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए एक देसी नुस्खा बताते हैं। ये देसी नुस्खा चने का है। जानिए चना किस तरह से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में कारगर है। साथ ही जानें कि इसका सेवन किस तरह से करना लाभदायक होगा।
डायबिटीज पेशेंट ऐसे करें सत्तू का सेवन, काबू में रहेगा ब्लड शुगर लेवल
डायबिटीज में फायदा करेगा चना
चने की सब्जी या फिर चने को उबालकर तो आपने कई बार खाया होगा। ये खाने में अच्छा लगता है। लेकिन क्या आपको पता है चने का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित भी किया जा सकता है। चने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसके साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होता है। चना शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा ग्लूकोज की मात्रा को कम करता है।
जानें कब करें चने का सेवन
डायबिटीज के पेशेंट रोजाना सुबह खाली पेट चने का सेवन करें। इसे आप दो मुट्ठी खा सकते हैं। अगर आप चना खाना नहीं चाहते हैं तो करीब एक मुट्टी चने को रात में भिगो दें। सुबह इस चने के पानी को खाली पेट पिएं। रोजाना ऐसा करने से आपको कुछ दिनों में ही फर्क दिखने लगेगा।
डायबिटीज पेशेंट इस तरह से करें अलसी का सेवन, अपने आप कंट्रोल हो जाएगा ब्लड शुगर लेवल
चना खाने के अन्य फायदे
डाइजेशन अच्छा रहता है
भीगा हुआ चना खाने से डाइजेशन मजबूत रहता है। चने में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। फाइबर खाने के पचाने में मदद करता है। जिससे कि पाचनतंत्र अच्छा रहता है।
वजन होगा कंट्रोल
बढ़ा हुआ वजन ज्यादातर लोगों की समस्या है। ऐसे में चना आपके बढ़े हुए वजन को कंट्रोल करने में असरदार है। चने में ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जो कि भूख को शांत करता है और अधिक समय तक पेट भरा हुआ लगता है। जिससे कि शरीर में जमा चर्बी पिघलने लगती है।
आंखों के लिए अच्छा
चना खाना आंखों के लिए भी अच्छा रहता है। चने में बी-कैरोटीन होता है। ये तत्व आंखों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने से बचाता है।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।