सत्तू के पराठे, सत्तू की कचौड़ी और सत्तू को घोलकर तो आपने पानी में जरूर पिया होगा। ये ना केवल स्वाद में बेहतरीन रहता है बल्कि गर्मी के मौसम में आपको ठंडक भी देता है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि सत्तू डायबिटीज पेशेंट के लिए भी लाभकारी होता है। बस इसका कैसे और किस मात्रा में इस्तेमाल करना है इस बात की जानकारी होना आपके लिए जरूरी है। जानिए सत्तू किस तरह से शुगर पेशेंट के ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में कारगर है। साथ ही इसके इस्तेमाल का तरीका भी जानिए।
सत्तू करेगा डायबिटीज कंट्रोल
ब्लड शुगर लेवल अगर कंट्रोल ना हो तो उससे शरीर के कई हिस्सों में दिक्कत शुरू हो जाती है। जैसे कि आंख, किडनी और त्वचा। इसी वजह से डायबिटीज पेशेंट को अपने खानपान को ठीक रखने की सलाह दी जाती है। अगर आपका भी ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक है तो आप डाइट में सत्तू को शामिल करें। सत्तू शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
जानें कैसे करें सत्तू का सेवन
डायबिटीज पेशेंट के लिए सत्तू बहुत लाभकारी होता है। सत्तू में बीटा ग्लूकेन मौजूद होता है जो शरीर में बढ़ते ग्लूकोज के अवशोषण को कम करने में मदद करता है। लिहाजा खून में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण करने में मदद मिलती है। मधुमेह के रोगी दिन में एक गिलास सत्तू का पानी पिएं। इससे कुछ ही दिनों में असर दिखने लगेगा। इस बात का ध्यान रखें कि एक दिन में एक गिलास से ऊपर सत्तू का पानी ना पिएं। ऐसा करने से एसिडिटी और पेट में दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
डायबिटीज पेशेंट इस तरह से करें अलसी का सेवन, अपने आप कंट्रोल हो जाएगा ब्लड शुगर लेवल
कई गुणों से युक्त है सत्तू
सत्तू कई पोषण तत्वों से भरपूर होता है। ये ना केवल शरीर को एनर्जी देता है बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है और वजन को कम करने में भी मदद करता है। इसके साथ ही डाइजेशन सिस्टम को बेहतर कर कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल करने में मदद करता है।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।