डेंगू के मामले तेजी से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्रों बढ़ रहे हैं, रोजाना डेंगू के मरीजों में इजाफा हो रहा है। डेंगू फैलने का सबसे बड़ा कारण बारिश से होने वाला जल-भराव है, जिससे मच्छरों की संख्या बढ़ रही है और बीमारियां फैल रही हैं। बच्चों में भी डेंगू के कई मामले सामने आए हैं। डेंगू होने पर शरीर में प्लेटलेट्स काउंट गिरने लगता है, जिसके बाद मरीज को अस्पताल में भर्ती करवाने की नौबत आ जाती है। यहां हम आपको बच्चों में दिखने वाले डेंगू के लक्षण और इस गंभीर बीमारी से बचाव के तरीके बताने वाले हैं।
बच्चों में डेंगू के लक्षण (dengue symptoms in children)
आमतौर पर बच्चों में डेंगू के लक्षण सामान्य बुखार जैसे ही होते हैं। एडीज मच्छर के काटने के 4 दिनों से लेकर 2 सप्ताह के बीच कभी भी डेंगू के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। बच्चों को डेंगू होने पर फ्लू जैसे लक्षण, 2 से 7 दिनों तक रह सकते हैं।
तेज बुखार के साथ, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना/उल्टी, जोड़ों, हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द और त्वचा पर लाल चकत्ते नजर आ सकते हैं।
डेंगू से बचाव के तरीके (ways to prevent dengue)
- बच्चे घर से बाहर जाएं तो उन्हें पूरी आस्तीन वाली शर्ट और फुल पैंट पहनाकर बाहर भेजें।
- बच्चों का खेलने का समय सीमित करें और शाम तथा सुबह के दौरान उन्हें बाहर भेजने से बचें, क्योंकि इस समय में मच्छर सबसे ज्यादा एक्टिव होते हैं।
- बच्चे को 2 दिनों तक लगातार बुखार आए, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
- बच्चों को पेय पदार्थ खूब दें ताकि उनके शरीर में पानी की कमी न हो।
- बच्चों के कमरे में की हमेशा साफ-सफाई रखें।
- डेंगू होने पर बच्चों में लक्षण बड़ी मलेरिया और टाइफाइड बुखार के लक्षणों के जैसे दिख सकते हैं। सही समय पर बीमारी का पता चलने पर तुरंत इसका इलाज करवाएं।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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