दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की शीघ्र पहचान करने के लिए अब 13 स्थानों पर इसकी जांच की जा सकेगी। जिन 13 प्रयोगशालाओं को कोरोना रोगियों की जांच करने के लिए अधिकृत किया गया है उनमें से पांच सरकारी प्रयोगशालाएं है। दिल्ली में 8 प्राइवेट प्रयोगशालाओं और अस्पतालों को भी कोरोना टेस्ट करने की इजाजत दी गई है।
सरकारी सेंटर
कोरोना वायरस की जांच कर रहे सरकारी अस्पतालों में एम्स, राममनोहर लोहिया, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, आईएलबीएस और आर्मी अस्पताल रिसर्च एवं रेफरल शामिल हैं।
प्राइवेट सेंटर
वहीं जिन निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं को कोरोनावायरस की जांच के लिए मान्यता दी गई है उनमें लाल पैथ सेक्टर 18 रोहिणी, डॉ डेंग लैब अपोलो अस्पताल, सर गंगाराम अस्पताल, मैक्स साकेत, वंस क्वेस्ट लैब फैक्ट्री रोड, प्रोग्नोसिस लैब सेक्टर 19 द्वारका, सिटी एक्सरे एवं स्कैन क्लीनिक शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा रि पांचों सरकारी अस्पतालों में पहले से ही कोरोना वायरस की जांच की जा रही है। आठ निजी लैब और अस्पतालों को भी इस अभियान से जोड़ा गया है।
निजी लैब में भी उन्हीं लोगों की जांच हो सकेगी जिन्हें इसके लक्षण हैं या जो संदिग्धों या संक्रमित लोगों के सपंर्क में आये हैं। सैम्पल लेने की सुविधा कई अन्य अस्पतालों में भी उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कहा कि तेजी से जांच करने पर रोगियों का शीघ्र पता लग जाएगा और अन्य लोगों में संक्रमण फैलने से पहले ही मामले जल्द नियंत्रित हो सकेंगे।
दिल्ली के अलावा गुरुग्राम में भी निजी प्रयोगशालाओं को कोरोना वायरस की जांच के लिए मान्यता दी गई है। कोरोना संक्रमण के सैम्पल टेस्ट के लिए गुरुग्राम में तीन प्राइवेट लैबोरेट्री को अधिकृत किया है। राज्य सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद अब गुरुग्राम में कोरोना वायरस के संदिग्ध रोगियों की पहचान तेजी से की जा सकेगी। गौरतलब है कि पूरे हरियाणा में कोरोना वायरस के सबसे अधिक रोगी गुरुग्राम में ही पाए गए हैं।
गुरुग्राम के सेक्टर-34 स्थित स्ट्रैंड लाइफ साइंसेज, सेक्टर 18 स्थित एसआरएल लिमिटिड तथा गुरुग्राम के उद्योग विहार फेस-1 स्थित कोर डायग्नोस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। ये लैबोरेट्री आईसीएमआर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वार दिशा निर्देशानुसार कोविड- 19 के सैंपल की जांच करेंगी।