कोरोना वायरस से दुनियाभर में हर एक दिन नए-नए केस सामने आ रहे हैं। अभी तक इसकी वैक्सीन नहीं बनी है लेकिन भारत सहित दूसरे देश के शोधकर्ता लगातार मेहनत कर रहे हैं। कई सारे रिसर्च में पॉजिटिव रिजल्ट भी सामने आ रहे हैं। वहीं अमेरिका में कोरोना वायरस की वैक्सीन का एक महिला में प्रयोग किया जा चुका है। उम्मीद है कि इसका रिजल्ट जल्द ही सामने आ जाएगा। इसी बीच अमेरिका की एक कंपनी ने दावा किया है कि वह सिर्फ 45 मिनट में कोरोना वायरस का पता लगा सकते है।
अमेरिका में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(FDA) ने कोरोना वायरस के पहले रैपिड टेस्ट को मंजूरी दे दी है। कैलिफोर्निया स्थित मॉलिक्यूलर डायगनॉस्टिक कंपनी सिफाइड ने इस बात की जानकारी दी है। इस कंपनी का दावा है कि इस नए टेस्ट से मात्र 45 मिनट में पता किया जा सकेगा कि व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है कि नहीं।
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आपको बता दें इस समय टेस्ट के लिए सैंपल को एक केंद्रीय लैब में भेजा जाता है और वहां से रिजल्ट आने में लंबा समय लग जाता है।
सिफाइड ने जारी किए अपने बयान में कहा कि कंपनी को आपातकालीन समय में एफडीए से टेस्ट को लेकर मंजूरी मिल गई है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से अस्पतालों में और इमरजेंसी वार्ड में किया जाएगा। सिफाइड ने आगे कहा कि अगले सप्ताह से ही इसे हॉस्पिटलों में भेजा जाएगा।
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ट्रंप ने किया था ये ट्वीट
आपको बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रेंप ट्वीट द्वारा 2 दवाओं का एलान कर चुके हैं। उन्होंने लिखा, 'हाइड्रोक्जिक्लोरोक्वीन और एजिथ्रोमाइसिन साथ में लिया जाए। इनके पास दवाओं के इतिहास में सबसे बड़ा गेम चेंजर बनने का अवसर है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने ऊंचाइयों को छुआ है- आपका आभार। ट्रंप ने कहा कि ये दोनों दवाएं साथ में लेने से अच्घ्छा असर करती है। उम्मीद है दोनों को तत्काल इस्तेमाल में लाया जाएगा।'