Thursday, November 28, 2024
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कोरोना मरीज को होम आइसोलेशन में दिखे ये लक्षण तो तुरंत जाएं अस्पताल

कोविड टीकाकरण के साथ-साथ हर किसी को कोरोना का नियमों का पालन करना जरूरी है। सरकार समय-समय पर लोगों से अपील कर रही हैं कि इस संक्रामक बीमारी को रोकने के लिए कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करे।

Written by: India TV Lifestyle Desk
Updated : June 15, 2021 23:48 IST
Coronavirus Live: पहले से कोविड से संक्रमित लोगों के लिए सिंगल डोज ही काफी: अध्ययन- India TV Hindi
Image Source : FREEPIK.COM Coronavirus Live: पहले से कोविड से संक्रमित लोगों के लिए सिंगल डोज ही काफी: अध्ययन

देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के मामले धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर देश में वैक्सीनेशन तेजी से किया जा रहा है। जिससे हर कोई इस महामारी से गंभीर हालत में ना पहुंच पाएं। वहीं टीकाकरण के साथ-साथ हर किसी को कोरोना का नियमों का पालन करना जरूरी है। सरकार समय-समय पर लोगों से अपील कर रही हैं कि इस संक्रामक बीमारी को रोकने के लिए कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करे। वहीं दूसरी ओर की लोगों को कोविड-19 से जुड़ी फेक खबरों का भी सामना करना पड़ रहा है। आप भी सोशल मीडिया पर वायरल अफवाहों से भ्रमित न हों, बल्कि फैक्ट को एक बार चेक जरूर करें। 

 

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Coronavirus Live Update

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  • 4:49 PM (IST) Posted by Jyoti Jaiswal

    स्पुतनिक वी कोरोना वायरस के डेल्टा वैरियेंट के खिलाफ अधिक इफेक्टिव है।

  • 3:02 PM (IST) Posted by Shivanisingh

    कोरोना से रिकवर होने के बाद कैसी हुई चाहिए हमारी डाइट, जानिए क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट से

     

  • 10:09 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    होम आइसोलेशन को कब बंद करना चाहिए या चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए

    3 दिनों तक बुखार नहीं
    होम आइसोलेशन अवधि समाप्त होने के बाद परीक्षण की कोई आवश्यकता नहीं है

    कब हो अस्पताल में भर्ती
     सांस लेने में कठिनाई
    छाती में लगातार दर्द/दबाव

     

  • 10:04 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    देश में 24 घंटे में कोरोना मामले

    स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना मरीजों की पहचान के लिए 17.51 लाख से ज्यादा टेस्ट हुए हैं और उसमें सिर्फ 60471 लोग ही पॉजिटिव मिले हैं, यानि संक्रमण की दर अब घटकर 3.45 प्रतिशत रह गई है। देश में अब कोरोना वायरस से रिकवरी की दर 95.63 प्रतिशत तक पहुंच गई है। 

     

  • 10:03 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    जरा सी चूक आपको संक्रमित कर सकती है। इसलिए अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और नाक, कान, मुँह को ना छूएं।

     

  • 7:48 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    कोरोना के इन नियमों का जरूर करें पालन

  • 7:43 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    पहले से कोविड से संक्रमित लोगों के लिए सिंगल डोज ही काफी: अध्ययन

    हैदराबाद के एआईजी अस्पतालों के एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग कोविड 19 से संक्रमित है, उनके लिए टीके की एक खुराक पर्याप्त है।

    अस्पताल ने सोमवार को घोषणा की कि उसने उन सभी रोगियों में प्रतिरक्षात्मक स्मृति प्रतिक्रिया का आकलन करने के लिए 260 स्वास्थ्य कर्मियों पर एक अध्ययन किया, जिन्हें 16 जनवरी से 5 फरवरी के बीच टीका लगाया गया था। सभी मरीजों को कोविशील्ड वैक्सीन दी गई थी।

    अध्ययन से दो महत्वपूर्ण अवलोकन सामने आए जिन्हें इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इंफेक्शियस डिजीज पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।

    पहले से संक्रमित समूह (जो लोग कोविड 19 से संक्रमित हो गए थे) ने उन लोगों की तुलना में टीके की एक खुराक के लिए अधिक एंटीबॉडी प्रतिक्रिया दिखाई, जिन्हें पहले कोई संक्रमण नहीं था।

    साथ ही यह भी पता चला कि टीके की एकल खुराक से प्राप्त मेमोरी टी सेल प्रतिक्रियाएं पहले से संक्रमित समूह में उन लोगों की तुलना में काफी अधिक थीं, जिन्हें कोई पूर्व संक्रमण नहीं था।

    जिसके बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि उच्च स्मृति टी और बी सेल प्रतिक्रियाओं के अलावा उच्च एंटीबॉडी प्रतिक्रिया कोविड 19 से रिकवरी के बाद 3 से 6 महीने में दी गई वैक्सीन की एक खुराक के साथ पहले से ही संक्रमित व्यक्तियों के लिए टीके की दो खुराक के बराबर माना जा सकता है।

    अध्ययन में सह लेखकों में से एक डॉ डी नागेश्वर रेड्डी, (अध्यक्ष, एआईजी अस्पताल) ने कहा कि परिणाम बताते हैं कि जो लोग कोविड 19 से संक्रमित हो गए हैं, उन्हें वैक्सीन की दो खुराक लेने की आवश्यकता नहीं है। एक खुराक से ही उन लोगों में दो खुराक के बराबर मजबूत एंटीबॉडी और मेमोरी सेल प्रतिक्रिया विकसित हो सकती है, जिन्हें संक्रमण नहीं हुआ है। इस अध्ययन से इस समय महत्वपूर्ण मदद मिलेगी, क्योंकि देश में टीके की कमी है और बचाई गई खुराक का उपयोग करके अधिक लोगों का टीका किया जा सकता है।

    दूसरी कोविड लहर के दौरान जब मामले तेजी से बढ़ रहे थे, तब टीकाकरण दर में गिरावट आई। 27 अप्रैल तक, जब सक्रिय संक्रमण की वृद्धि दर 5 प्रतिशत थी, तब टीका लगाने वालों की वृद्धि दर केवल 1.4 प्रतिशत थी।

    उन्होंने कहा, "हमें वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर टीकाकरण की रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है और इस उद्देश्य से कि कम से कम समय में बड़ी आबादी को कवर किया जा सके।"

    (IANS)

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