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Coronavirus LIVE: ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग ने भारतीय कोरोना वायरस को लेकर जताई चिंता

जानिए घर पर रहकर कैसे आप खुद की इम्यूनिटी मजबूत करके कई संंक्रामक रोगों से बच सकते है।

Written by: India TV Lifestyle Desk
Updated : May 13, 2021 22:32 IST
Coronavirus Live: कोरोना को लेकर ICMR फेक गाइडलाइन सोशल मीडिया पर हो रही है वायरल, जानिए इसकी सच्चाई- India TV Hindi
Image Source : FREEPIK Coronavirus Live: कोरोना को लेकर ICMR फेक गाइडलाइन सोशल मीडिया पर हो रही है वायरल, जानिए इसकी सच्चाई

कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। जहां एक ओर कोरोना से लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों का खतरा अधिक बताया जा रहा है। ऐसे में हर माता-पिता अपने बच्चों के स्वास्थ्य के लिए पूरी मशक्कत कर रहा है। कोरोना का खौफ लोगों के मन में इतना ज्यादा फैला हुआ है कि सोशल मीडिया में वायरल कोई भी खबर को बिना जांचे सच मान बैठते हैं। जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है। कोरोना का दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। ऐसे में हर कोई खुद को फिट रखने के लिए तरह-तरह के उपाय अपना रहा है। इसी बीच स्वास्थ्य मंत्रालय से ट्वीट करके बताया कि आखिरी नैचुरल तरीके से कैसे अपनी इम्यूनिटी मजबूत करें।  

 

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  • 11:07 PM (IST) Posted by Jyoti Jaiswal

    अगर ठोस कदम उठाएं जाएं तो हो सकता है कि तीसरी लहर न आए : वैज्ञानिक सलाहकार

    सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने शुक्रवार को कहा कि अगर ठोस कदम उठाएं जाएं और पर्याप्त उपाए किए जाएं तो हो सकता है कि तीसरी लहर न आए। इससे पहले उन्होंने बुधवार को कहा था कि कोरोनावायरस की तीसरी लहर अपरिहार्य है, यानी कि तीसरी लहर भी आएगी। हालांकि यह कब आएगी, इसका पूवार्नुमान उन्होंने नहीं जताया था।

    वहीं अब शुक्रवार को राघवन ने यह कहते हुए अपने कदम पीछे खींच लिए कि हो सकता है हम अगर मजबूत कदम उठाएं और उपाय करें तो तीसरी लहर को टाला भी जा सकता है।

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, अगर हम ठोस कदम और उपाय करते हैं, तो शायद कुछ ही जगहों पर कोरोना की तीसरी लहर आएगी या फिर कहीं भी नहीं आएगी।

    उन्होंने कहा कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि स्थानीय स्तर पर, राज्यों में, जिलों में और शहरों में हर जगह मार्गदर्शन कितना प्रभावी ढंग से लागू होता है।

    यह बयान उनके बुधवार के बयान से काफी अलग है, जब उन्?होंने कहा था, वायरस का अधिक मात्रा में सकुर्लेशन हो रहा है और तीसरी लहर भी आएगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब आएगी और किस स्तर की होगी। हमें नई (तीसरी) लहर के लिए तैयारी करनी चाहिए।

    उन्होंने यह भी कहा कि नए स्ट्रेन से निपटने के लिए अपग्रेडेशन के लिए कोविड-19 वैक्सीन की नियमित निगरानी की आवश्यकता है। वैज्ञानिक सलाहकार ने यह भी कहा कि वायरस के स्ट्रेन पहले स्ट्रेन की तरह फैल रहे हैं। इनमें नई तरह के संक्रमण का गुण नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा वेरिएंट्स के खिलाफ वैक्सीन प्रभावी हैं। देश और दुनिया में नए वेरिएंट्स आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एक लहर के खत्म होने के बाद सावधानी में कमी आने से वायरस को फिर से फैलने का मौका मिलता है।

    इस बीच शुक्रवार को हुई प्रेस कांफ्रेस में अतिरिक्त सचिव, स्वास्थ्य, आरती आहूजा ने कहा, दिल्ली, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड और उत्तर प्रदेश सहित राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में प्रतिदिन नए कोविड मामलों में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं।

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया गया है कि भारत सरकार ने अब तक राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को 17.35 करोड़ से ज्यादा टीके की खुराक (17,35,07,770) प्रदान की हैं। इसमें से अपव्यय सहित कुल खपत 16,44,77,100 खुराक हैं। यह आंकड़ा शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक का है।

    अभी भी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के पास कोविड टीके की 90 लाख से अधिक खुराक (90,30,670) उपलब्ध हैं।

    इसके अलावा अगले तीन दिनों में राज्यों/केंद्रशासित क्षेत्रों को 10 लाख से अधिक (10,25,000) खुराकें मिलेंगी।

  • 10:47 PM (IST) Posted by Jyoti Jaiswal

    कोरोना के भारतीय स्वरूप को लेकर चिंतित है ब्रिटेन का स्वास्थ्य विभाग

     ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग ने भारत में पाए गए कोरोना वायरस के तीन स्वरूप में से एक स्वरूप को लेकर शुक्रवार को चिंता व्यक्त की। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) विभाग ने कोरोना वायरस के एक भारतीय स्वरूप बी.1.617.2 को लेकर कहा है कि यह अन्य दो स्वरूपों की अपेक्षा अधिक संक्रामक है और तेजी से फैलता है। कोरोना के बी.1.617.2 स्वरूप को वीओसी-21एपीआर-02 का नाम दिया गया है।

    कोरोना का यह स्वरूप पिछले वर्ष इंग्लैंड में पाए गए कैंट स्वरूप से कम संक्रामक है और यह ब्रिटेन में अब तक सक्रिय बना हुआ है। पीएचई ने कहा कि वीओसी-21एपीआर-02 के मामले पिछले एक सप्ताह के दौरान 202 से 520 हो गए हैं और आधे दर्जन के करीब मामले संपर्क अथवा विदेशी यात्रा के कारण आए हैं। कोरोना वायरस के इस स्वरूप के अलावा अब तक बी.1.617 और बी.1.617.3 पर शोध चल रहा है।

  • 10:23 PM (IST) Posted by Jyoti Jaiswal

    कोविड-19 महज फेफड़े की बीमारी नहीं है, इससे खतरनाक तरीके से खून का थक्का भी जम सकता है: विशेषज्ञ

     कोरोना महामारी को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। कोरोना को लेकर अब विशेषज्ञों ने बड़ा खुलासा किया है। विशेषज्ञों ने कहा कि कोविड-19 महज फेफड़े की बीमारी नहीं है। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर रोजाना कई तरह के दावे सामने आ रहे हैं। एक बार फिर विशेषज्ञों ने कोरोना के संक्रमण को लेकर चिंता व्यक्त की है।

    कोविड-19 महज फेफड़े की बीमारी नहीं है जैसा कि पहले की अवधारणा थी, बल्कि इससे खतरनाक तरीके से खून का थक्का यानी ब्लड क्लॉट भी जम सकता है जिसे तुरंत हटाने की जरूरत होगी ताकि कुछ मामलों में अंगों को बचाया जा सके। यह बात विशेषज्ञों ने कही है।

    वैश्विक स्तर पर किए गए शोध में बताया गया है कि अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के 14 से 28 फीसदी रोगियों में रक्त थक्का जमने की बात सामने आई है जिसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस (डीवीटी) के नाम से जाना जाता है। वहीं दो से पांच फीसदी रोगियों में आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस का मामला सामने आया। विशेषज्ञों ने बताया कि संक्रमण फेफड़े के साथ रक्त कोशिकाओं से भी जुड़ा हुआ है। 

    दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के वाहिका एवं अंत:वाहिका सर्जन डॉ. अंबरीश सात्विक ने कहा, ‘‘हम औसतन हर हफ्ते इस तरह के पांच-छह मामलों को देख रहे हैं। इस हफ्ते प्रतिदिन इस तरह का एक मामला सामने आ रहा है।’’ 

    दक्षिण पश्चिम द्वारका के आकाश हेल्थकेयर में हृदय विभाग के डॉ. अमरीश कुमार ने कहा कि कोविड-19 के ऐसे रोगियों में रक्त थक्का जमने का मामला आ रहा है जिनमें टाईप-टू मधुमेह मिलेटस है, हालांकि निश्चित कारण अभी तक पता नहीं चला है। डीवीटी एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर के अंदर स्थित नाड़ियों में रक्त थक्का जम जाता है। आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस धमनियों में थक्का जमने से जुड़ा हुआ है। 

    बता दें कि, सात्विक ने इस हफ्ते की शुरुआत में ट्वीट कर कोविड-19 का रक्त थक्का बनने से संबंध की तरफ ध्यान आकर्षित किया था, जिसमें उन्होंने कोविड-19 से पीड़ित एक रोगी के अंग की धमनी में बने रक्त थक्के की तस्वीर पोस्ट की थी। 

  • 3:50 PM (IST) Posted by Jyoti Jaiswal

    सीएम योगी का 18+ के वैक्सीनेशन पर आदेश - सोमवार से प्रदेश के 11 और जिलों में वैक्सीनेशन शुरू करने के आदेश - 18-44 आयु वर्ग के टीकाकरण का अभियान 11 और जिलों में शुरू करने के आदेश दिए - अभी प्रदेश के 7 महानगरो मे चल रहा है वैक्सीनेशन

  • 12:27 PM (IST) Posted by Shivanisingh

    क्या कोविड वैक्सीन लेने के बाद महिलाएं योग, एक्सरसाइज आदि कर सकती हैं?  जानें डॉक्टर से जवाब

    स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट करके बताया कि क्या महिलाएं वैक्सीन लगवाने के बाद नॉर्मल लाइफ यानी योग, एक्सरसाइज आदि कर सकती हैं। इस बारे में NIIRNCD की डायरेक्टर डॉ अरुण शर्मा के अनुसार, 'महिलाएं कोविड वैक्सीन लगवाने के बाद योग, एक्सरसाइज, वर्कआउट आदि कर सकती हैं। अगर वैक्सीन लगवाने वाली जगह पर सूजन या फिर दर्द है तो  उस भुजा से कम एक्सरसाइज करें। '

  • 11:30 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    घर पर रहकर ऐसे करें इम्यूनिटी बूस्ट

    भारत सरकार सोशल मीडिया के माध्यम से समय-समय पर कोरोना से संबंधित तरह-तरह के उपाय बताते रहते हैं। इसी क्रम में ट्वीट करके बताया कि कैसे नैचुरल तरीके से आप इम्यूनिटी बूस्ट कर सकते हैं। 

    कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सबसे ज्यादा फलों का सेवन करे। इससे मसल्स मजबूत होने के साथ इम्यूनिटी बढ़ेगी। इसके साथ ही साबूत अनाज जैसे रागी, ओट्स आदि। 

  • 11:26 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    राज्यों को अभी तक मिली इतनी कोरोना वैक्सीन

    सरकार ने अब तक राज्यों  और संघ शासित प्रदेशों को 17.35 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक प्रदान की है। 90 लाख से अधिक खुराक अभी भी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के साथ उपलब्ध हैं। 10 लाख से अधिक खुराक राज्य / संघ शासित प्रदेशों को प्राप्त होंगे।

  • 11:25 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    भारत में  24 घंटे में कोरोना वायरस के इतने मामले आए सामने

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के 4.14 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। देश में अब कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों का आंकड़ा भी 36.45 लाख तक पहुंच गया है, पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना के एक्टिव मामलों में 78766 की बढ़ोतरी हुई है। देश के कुल कोरोना मामलों का आंकड़ा बढ़कर 2.14 करोड़ के पार पहुंच गया है। 

    सिर्फ कोरोना के मामले ही नहीं बढ़ रहे हैं बल्कि देश में कोरोना की वजह से होने वाली मौतों के आंकड़े में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना की वजह से 3915 लोगों की जान गई है। अबतक इस वायरस की वजह से देश में 2.34 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। देश में कोरोना वायरस की मृत्यु दर 1.09 प्रतिशत है। 

  • 11:23 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में सामने आए कोरोना वायरस के 26780 नए केस

    उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमित 353 और लोगों की मौत हो गई तथा 26780 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमित 353 और मरीजों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही राज्य में इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 14504 हो गई है। 

    उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में 26780 नए मरीजों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं, इसी दौरान 28902 मरीज ठीक भी हुए हैं। राज्य में इस समय 259844 कोविड-19 संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। प्रसाद ने कहा कि 30 अप्रैल तक प्रदेश में उपचाराधीन मामलों की संख्या 310783 थी मगर संक्रमण से उबरने की दर बढ़ने की वजह से अब इसमें 51000 से ज्यादा की कमी हो चुकी है। 

  • 7:47 AM (IST) Posted by Shivanisingh

    ICMR की यह फेक गाइडलाइन हो रही है वायरल

    कोरोना के लेकर फैले कई उपचार के बाद  कुछ गाइडलाइड सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रही हैं। जिसे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान (ICMR) से शेयर किया है। जानिए इसकी सच्चाई।  ICMR ने अपने ट्वविटर हैंडल अकाउंट में इन फेक गाइडलाइन की तस्वीर शेयर करते हुए बताया कि उनिहोंने इस तरह की कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। जानिए इस गाइडलाइन में क्या लिखा है। 

    • 2 साल तक सभी यात्रा आगे बढ़ा दीजिए। 
    • 1 साल तक घर के बाहर का खाना ना खाएं। 
    • किसी शादी या फिर अन्य समारोह में जानें से बचे। 
    • बिना आवश्यक किसी यात्रा को करने से बचें। 
    • 1 साल तक किसी भीड़ वाली जगह पर ना जाएं। 
    • जिन्हें कफ हैं उन लोगों से दूरी बना लें। 
    • आने वाले एक सप्ताह ज्यादा सतर्क रहे। 
    • बाहर से आने के बाद अपने हाथों और पैरों को जरूर धोएं।

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