भारतीय खाने में लहसुन की क्या अहमियत है ये हमें बताने की ज़रूरत नहीं है। खाने में अगर लहसुन न हो तो कई लोग तो खाना खाना भी पसंद नहीं करते। अब तो आप आसानी से समझ गए होंगे कि भारतीय खाने की खुशबू लहसुन के बिना अधूरी मानी जाती है। लहसुन सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता है बल्कि सेहत के लिहाज़ से भी बेहद फायदेमंद है। लेकिन क्या आप जानते हैं शरीर को कई रोगों से बचाने वाला लहसुन का अधिक मात्रा में सेवन करना आपकी सेहत पर भी भारी पड़ सकता है। जानिए लहसुन का अधिक सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही जानें कि लहसुन का अधिक सेवन करने से सेहत संबंधी क्या-क्या दिक्कतें हो सकती हैं।
- लिवर को पहुंचाता है नुकसान: क्या आप जानते हैं कि लहसुन का अधिक सेवन आपके लिवर के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कच्चे लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में होते हैं। इसका ज़्यादा सेवन करने से लिवर में टॉक्सिसिटी हो सकती है।
- लूज मोशन की समस्या: कई लोग लहसुन का सेवन खाली पेट भी कर लेते हैं। अगर आप भी लहसुन का सेवन खाली पेट करते हैं तो सावधान हो जाइए। ऐसा इसलिए क्योंकि खाली पेट लहसुन खाने से लूज मोशन की दिक्कत हो सकती है। इसकी वजह ये है कि लहसुन में सल्फर बनाने वाले यौगिक पाए जाते हैं। जिसकी वजह से लूज मोशन की समस्या हो सकती है।
- पेट से जुड़ी परेशानी: लहसुन का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट से संबंधित कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। जैसे कि पेट का फूलना, एसिडिटी। इसके अलावा अगर आप डाइजेशन की समस्या से भी ग्रस्त हैं तो भी लहसुन का अधिक सेवन करने से परहेज करें।
- हार्ट बर्न की परेशानी: लहसुन का सेवन करने से बहुत से लोगों को मतली, उल्टी और हार्ट बर्न जैसी समस्या हो सकती है। दरअसल लहसुन में कुछ यौगिक होते हैं जो एसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
- खून को करता है पतला: लहसुन खून को पतला करने में कारगर है। अगर आप अधिक मात्रा में लहसुन का सेवन करेंगे तो ब्लीडिंग की आशंका बढ़ जाती है। वहीं अगर आप खून पतला करने वाली दवा का सेवन कर रहे हैं तो लहसुन का सेवन सीमित मात्रा में करें।
- हो सकती है एलर्जी: ज्यादा लहसुन का इस्तेमाल करने से आपको एलर्जी की दिक्कत भी हो सकती है। एलर्जी में स्किन पर रैशेज पड़ना शामिल है। इसके अलावा स्किन में जलन भी हो सकती है।
लहसुन कितनी मात्रा में लेना है सही?
रोजाना 2-3 लहसुन की कली लेना सेहत के लिए अच्छा है। वहीं, अगर आप सप्लीमेंट ले रहे हैं तो रोजाना 600 से 1,200 मिलीग्राम तक ले सकते हैं।