आजकल दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं। दिल से जुड़ी बीमारियों के पीछे शरीर में बढ़ता बैड कोलेस्ट्रॉल ज़िम्मेदार होता है। बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से स्ट्रोक और हार्ट फेलियर का रिस्क भी कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए आप ओट्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ओट्स का सेवन आमतौर पर लोग वजन कम करने के लिए करते हैं लेकिन यह आनाज सेहत के लिए कई तरह से लाभकारी है। इसे अपनी डाइट में शामिल कर आप अपने दिल को भी स्वस्थ रख सकते हैं। चलिए जानते हैं ओट्स बैड कोलेस्ट्रॉल में कैसे असरदार है?
हाई कोलेस्ट्रॉल में ओट्स खाने के फायदे:
ओट्स में घुलनशील फाइबर होता है, जो कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL) कोलेस्ट्रॉल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। घुलनशील फाइबर रक्तप्रवाह में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम कर सकता है। प्रतिदिन पांच से 10 ग्राम या अधिक घुलनशील फाइबर आपके एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL cholesterol) को कम करता है। ये धमनियों में फैट के इन कणों को जमा होने से रोकता जिसकी वजह से ब्लॉक का खतरा कम होता है। साथ ही गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने में मदद मिलती है।
दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद:
ओट्स फाइबर से भरपूर होता है, यह घुलनशील फाइबर खून में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम कर, इसे गाढ़ा होने नहीं देता। इससे दिल पर प्रेशर नहीं पड़ता और हाई बीपी की समस्या नहीं बढ़ती। इस तरह दिल की बीमारियों से बचाव होता है। दिन में सिर्फ़ डेढ़ कप पका हुआ ओटमील खाने से कोलेस्ट्रॉल 5 से 8% तक कम हो सकता है। तो, इन तमाम कारणों से आपको हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए इस अनाज का सेवन करना चाहिए।
कैसे करें ओट्स का सेवन?
आप ओट्स का सेवन ब्रेकफस्ट, लंच या डिनर किसी भी रूप में कर सकते हैं। ब्रेकफास्ट में आप ओट्स का चीला बना सकते हैं तो वहीं लंच में आप ओट्स दलिया का सेवन कर सकते हैं।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)