शरीर का 'कमांड सेंटर' है अपना नर्वस सिस्टम (Nervous system)। वैसे नर्वस सिस्टम..'तंत्रिका तंत्र' के बारे में पूरी जानकारी बहुत कम लोगों को होती है। बिल्कुल, यही वजह है कि सबसे ज्यादा अनदेखी भी सिर से लेकर पैर तक फैले इस सिस्टम की लोग करते हैं और फिर इसकी वजह से 600 से ज्यादा बीमारियों का रिस्क बढ़ता है। 'दी लैंसेट ग्लोबल हेल्थ' के मुताबिक तो भारत में सिर्फ स्ट्रोक से एक साल में 7 लाख लोगों की जान गई। वहीं ब्रेन ट्यूमर, स्पाइनल प्रॉब्लम, सिरदर्द, माइग्रेन, दिमागी बुखार और हाई ब्लड प्रेशर टाइप-3 डायबिटीज नई चुनौती बनती जा रही है और इसकी वजह है। खराब लाइफ स्टाइल, खराब खानपान गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल और नेचर से लगातार दूरी।
मतलब ये कि अगर आप चाहते है कि स्वस्थ्य रहना तो बीमारी की जो भी वजह पूजा बता रही हैं उसी को दूर करके आप अपनी सेहत बचा सकते हैं। हिफाजत कर सकते हैं। शरीर के सभी सिस्टम पर कंट्रोल पा सकते हैं और ये होगा कैसे तो ये होगा नेचुरोपैथी से जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। बिल्कुल, प्राकृतिक चिकित्सा जीवन जीने की कला है जिसे हम भुला चुके हैं।
और इसीलिए योगगुरु स्वामी रामदेव आज तमाम नेचुरल उपाय बताने वाले हैं। खुद अपने ऊपर इस्तेमाल करके दिखाने वाले हैं तो चलिए प्रकृति के करीब चलते हैं योग के साथ नेचुरोपैथी की क्लास लेते हैं।
क्या है नेचुरोपैथी?
कुदरती तरीके से जीने की कला
बिना दवा के रोगों का उपचार
लाइफ स्टाइल देखकर इलाज
नेचुरोपैथी के तरीके
जल चिकित्सा
सूर्य चिकित्सा
वायु चिकित्सा
मिट्टी चिकित्सा
एक्यूप्रेशर
योगाभ्यास
उपवास
नेचुरोपैथी में उपाय
आराम करें
नींबू पानी पीएं
लिक्विड डायट लें
ज्वाइंट्स पेन
सरसों तेल से मालिश
गर्म-ठंडे पानी से सिकाई
चेस्ट इन्फेक्शन
कुंजल क्रिया
बलगम बाहर निकल आता है
चेस्ट पर गुनगुने तेल से मालिश करें
गुनगुने पानीसे हाथ और पैर को धोएं
मड थेरेपी
6-8 फीट अंदर की मिट्टी लें
मिट्टी को 12-14 घंटे धूप में सुखाएं
पत्थर या गंदगी हो तो निकाल दें
कीचड़ बनाकर पूरे शरीर में लेप लें
शरीर में मिट्टी लेप से नर्व्स को आराम
स्किन में मौजूद टॉक्सिन दूर होते हैं
पेट के हिस्से में लगाने से कब्ज दूर