ठंड का कहर जारी है। लोग ठंड में अक्सर नहाने से कतराते हैं। अधिकतर लोग ठंड के मौसम में गर्म पानी का सहारा लेते हैं, लेकिन जब बात सेहत की आती है तो हम कनफ्यूज रहते हैं कि गर्म पानी से नहाना फायदेमंद है या फिर ठंडे पानी से। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, नहाने के पानी का तापमान कम होना चाहिए या ज्यादा, इसको लेकर हर किसी की व्यक्तिगत पसंद अलग-अलग हो सकती है। तो चलिए आज हम आपकी इस उलझन को दूर किए देते हैं और बताते हैं कि ठंडे पानी से नहाना चाहिए या गर्म पानी से-
आयुर्वेद की मानें तो ठंडे या गर्म दोनों ही पानी से नहाने के अपने अलग फायदे होते हैं। आइए जानते हैं दोनों के फायदे क्या है?
ठंडे पानी से नहाने के फायदे-
- ठंडे पानी से नहाने से नर्व एंडिंग्स को उत्तेजित करता है और सुबह आपके शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही यह आलस्य से छुटकारा पाने में भी मदद करता है।
- डिप्रेशन से राहत पाने में मदद मिलती है।
- पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन को उत्तेजित करके प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार करता है।
- फेफड़ों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- शरीर का लसीका तंत्र और इम्युन सिस्टम को बूस्ट करता है, जिससे संक्रमण से लड़ने वाली कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है।
गर्म पानी से नहाने के फायदे-
- गर्म तापमान कीटाणुओं को अधिक मारता है, इसलिए गर्म पानी से नहाने से शरीर की सफाई होती है।
- मांसपेशियों के लचीलेपन में सुधार होता है और गले की मांसपेशियों को आराम देने में भी मदद करता है।
- शरीर में शुगर लेवल कम होता है, जिससे डायबिटीज का जोखिम कम हो जाता है।
- खांसी और सर्दी में फायदेमंद है क्योंकि भाप वायुमार्ग को साफ करने और आपके गले और बंद नाक को खोलने में मदद करता है।
आयुर्वेद के अनुसार पानी का चयन कैसे करें-
आयुर्वेद की मानें तो आपको शरीर के लिए गर्म पानी और सिर के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि गर्म पानी से अपनी आंखें और बाल धोना आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। पानी का तापमान कुछ कारकों पर आधारित होना चाहिए जैसे:
उम्र के आधार पर-
युवाओं के लिए ठंडे पानी से नहाना अच्छा है, जबकि बूढ़े और बच्चों के लिए गर्म पानी से नहाना ज्यादा बेहतर है। क्योंकि ठंडे पानी से नहाना, उन्हें बीमार बना सकता है।
बॉडी टाइप के अमुसार-
अगर आपकी बॉडी टाइप पित्त है तो बेहतर होगा कि आप नहाने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल करें और अगर आपकी बॉडी टाइप कफ या वात है तो गर्म पानी का इस्तेमाल करें।
समय और मौसम-
समय और मौसम को ध्यान में रखकर भी आप नहाने के पानी का चयन कर सकते हें। जैसे कि सुबह के समय ठंडे पानी से नहाना फायदेमंद है। जबकि रात के समय नहाने के लिए गर्म पानी बेहतर है। ठीक इसी प्रकार ठंडे मौसम में गर्म पानी से नहाना ही बेहतर है।
किसी रोग से हैं पीड़ित तो-
यदि आप पित्त से संबंधित किसी रोग से पीड़ित हैं, जैसे अपच या लिवर डिसऑर्डर, तो ठंडे पानी से नहाएं और यदि आप कफ या वात संबंधी डिसऑर्डर से पीड़ित हैं, तो गर्म पानी से स्नान करना बेहतर है।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।