मानसून में बीमारियों की भी बरसात होने लगती है। इस मौसम में सबसे ज्यादा होने वाली बीमारी है बुखार, जुकाम और खांसी। बच्चे से लेकर बड़े सभी सर्दी खांसी से परेशान रहते हैं। सर्दी-खांसी को दूर भगाने के लिए कई घरेलू नुस्खे दवाओं से ज्यादा असरदार साबित होते हैं। ऐसा ही असरदार नुस्खा है त्रिकुट चूर्ण, जिसे तीन चीजों से मिलकर तैयार किया जाता है। त्रिकुट चूर्ण में सौंठ, काली मिर्च और पिप्पली का उपयोग किया जाता है। इसे खाने से सर्दी जुकाम ही नहीं बुखार और सीजन इंफेक्शन को दूर भगाने में भी मदद मिलती है। जानिए कैसे बनाएं ये चूर्ण और इसके क्या फायदे हैं?
सौंठ, काली मिर्च और पिप्पली से बनाएं त्रिकुट चूर्ण
करीब 1 ग्राम सौंठ, 1 ग्राम काली मिर्च और 1 ग्राम पिप्पली लें। तीजों चीजों को बराबर मात्रा में लें और पीसकर चूर्ण बना लें। थोड़ा बूरा या देसी खांड लें और उसे चूर्ण में मीठा करने के लिए मिक्स कर लें। अब रोज रात में दूध के साथ 1 चम्मच इस त्रिकुट चूर्ण का सेवन करें। इससे किसी भी तरह का इंफेक्शन आपके आसपास नहीं भटकेगा। सर्दी और जुकाम में ये रामबाण इलाज का काम करता है। इससे पुराने से पुराना जमा कफ भी निकल जाएगा। इस चूर्ण को बनाकर आप कई महीनों के लिए स्टोर भी कर सकते हैं। आप चाहें तो इस चूर्ण में शहद मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
सौंठ, काली मिर्च और पिप्पली के फायदे
काली मिर्च, पिप्पली और सौंठ में पाचक घटक पाए जाते हैं जो आपके शरीर में जमा गंदगी को निकाल फेंकने में मदद करते हैं। ये तीनों चीजें शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं। सौंठ, पिप्पली और काली मिर्च कमजोर पाचन को मजबूत बनाने का काम करते हैं। इस चूर्ण को खाने से अपच, गैस बनना, पेट की आंव, कोलायटिस, बवासीर, कफ, खांसी, सायनोसाइटिस और दमा जैसी बीमारियों को कम किया जा सकता है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)