खराब लाइफस्टाइल का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि WHO की रिपोर्ट की मानें तो मोटापा और हार्ट डिजीज के 50 करोड़ नए मामले 2030 तक जुड़ जाएंगे। जिसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा होगी। वहीं डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि 2030 तक क्रोनिक लाइफस्टाइल डिजीज के मामले 70 प्रतिशत तक बढ़ जाएंगे। खासतौर से वर्किंग लोगों में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही है। आगे चलकर ये गंभीर बीमारियों में बदल सकती हैं। जैसे हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा, स्ट्रोक, डायबिटीज, मोटापा, मेटाबोलिक सिंड्रोम और कैंसर का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस रिसर्च में कहा गया है कि 2030 तक दुनियाभर में होने वाली मौतों में क्रोनिक लाइफस्टाइल डिजीज एक बड़ा कारण बनने वाली हैं। जो 70 प्रतिशत मौतों को कारण बन सकती हैं। लाइफस्टाइल में खराबी का कारण अनियमित खाना, नींद की कमी, ज्यादा तनाव, खाना छोड़ना, फिजिकल एक्टिविटी कम करना और खराब रिलेशनशिप हो सकते हैं। ये सभी कारण क्रोनिक डिजीज होने का बड़ा कारण होंगी।
इन बीमारियों का बढ़ रहा है खतरा
कई मेडिकल रिपोर्ट्स में ये पाया गया है कि डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा पुरुषों को ज्यादा होगा। वहीं महिलाओं में बढ़ते मोटापे के कारण कई गंभीर बीमारियों का खतरा पैदा होगा। ऐसे में आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूर करने चाहिए। समय रहते अपने खाने-पीने और दूसरी आदतों का रुटीन बदल लें। जिससे आप लंबे समय तक सेहतमंद रह सकें।
लाइफस्टाइल डिजीज से कैसे बचें
लाइफस्टाइल डिजीज से बचने के लिए आपको किसी दवा की जरूरत नहीं है। आपको सिर्फ अपनी दिनचर्या को ठीक करना है। समय पर सोएं और 7 घंटे की अच्छी नींद लें। खाना समय से खाएं और हेल्दी चीजें डाइट में शामिल करें। तनाव कम लें इसके लिए योग और ध्यान करें। रोजाना 45 मिनट का कोई भी व्यायाम जरूर करें। ऑर्गेनिक खाने का इस्तेमाल करें और घर का बना ताजा खाना ही खाएं।