भारत से लेकर अमेरिका और अफ्रीका समेत कई देशों में चिकनगुनिया वैश्विक स्वास्थ्य खतरा बनता जा रहा है। हर साल लाखों लोग चिकनगुनिया की चपेट में आते हैं। अभी तक चिकनगुनिया की कोई दवा या वैक्सीन मौजूद नहीं था, लेकिन अब अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने चिकनगुनिया के पहले वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। AFP की रिपोर्ट की मानें तो ये वैक्सीन यूरोप के वलनेवा ने विकसित किया गया है, जिसे Ixchiq नाम से बेचा जाएगा।
किसे लगेगा चिकनगुनिया का वैक्सीन
अभी चिकनगुनिया के वैक्सीन को 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए अप्रूव किया गया है। इस उम्र के लोग सबसे ज्यादा संक्रमण के खतरे में आते हैं। अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर की हरी झंडी मिलने के बाद प्रभावित देशों में वैक्सीन के जल्द पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे देशों में सबसे पहले वैक्सीन रोलआउट किया जाएगा, जहां वायरस सबसे ज्यादा फैला है। वैक्सीन को एक शॉट में ही दिया जाएगा।
कितना असरदार होगा चिकनगुनिया वैक्सीन?
वैक्सीन में चिकनगुनिया वायरस का जीवित लेकिन कमजोर वायरस होता है, जो शरीर में इस रोग के प्रति एंटीबॉडीज विकसित करता है। इससे शरीर संक्रमण से लड़ने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने का काम करता है। बॉडी आसानी से इस रोग की पहचान करने में सक्षम हो पाएगी।
3,500 लोगों पर हुआ वैक्सीन का ट्रायल
उत्तरी अमेरिका में करीब 3,500 लोगों पर इस वैक्सीन के दो क्लिनिकल ट्रायल हुए हैं। जिसमें ये वैक्सीन चिकनगुनिया के खतरे को कम करने में कारगर पाया गया। जिन लोगों को वैक्सीन लगा उनके सिर में दर्द, थकान, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, बुखार और मतली जैसे काफी हल्के साइड इफेक्ट नजर आए।
चिकनगुनिया के लक्षण
- अचानक तेज़ बुखार आना
- जोड़ों का दर्द
- सिरदर्द
- आंख आना
- जी मिचलाना
- उल्टी करना
- त्वचा पर खरोंच