लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है। लिवर को सेल्फ फाइटर भी कहा जाता है। यानि अगर लिवर में किसी तरह की कोई परेशानी हो तो वो उसे खुद ही ठीक कर लेता है। लिवर को आसानी से किसी को भी ट्रांसप्लांट के लिए डोनेट किया जा सकता है। लिवर को काटकर अगर आप किसी को दान करते हैं तो कुछ ही महीनों के भीतर डोनर और लिवर लेने वाले दोनों का लिवर फिर से उतने ही साइज का हो जाता है। हालांकि कुछ खराब आदतों की वजह से ये सबसे मजबूत अंग भी बीमार होने लगता है। जिसमें सबसे बड़ी वजह है अल्कोहल का सेवन, जिसे लिवर का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है। ज्यादा शराब पीने से लिवर पर बुरा असर पड़ता है। लंबे समय में इससे लिवर सिरोसिस होने का खतरा बढ़ जाता है।
जाने माने डॉक्टर एबी फिलिप्स जिन्हें लोग लिवर डॉक के नाम से जानते हैं उन्होंने X (ट्विटर) पर एक फोटो शेयर की है और लोगों को बताया है कि शराब पीने से आपके हेल्दी लिवर की कैसी हालत हो जाती है। डॉक्टर का कहना है कि बहुत सारे लोग ये कहते हैं कि हम तो सिर्फ बीयर या वाइन पीते हैं जिससे नुकसान नहीं होता है। तो ऐसा नहीं है। अल्कोहल वाले सारे ड्रिंक्स में एथनॉल होता है। ये एथनॉल लिवर को बहुत नुकसान पहुंचाता है।
शराब पीने से ऐसी हो जाती है लिवर की हालत
इस फोटो में एक मिडिल एज के आदमी का अल्कोहल सिरोसिस वाला लिवर है, जो हमेशा सिर्फ बीयर पीता था और हार्ड अल्कोहल का सेवन नहीं करता था। ये व्यक्ति हर हफ्ते 5 से 8 बीयर पाती था और ऐसा कई सालों से चल रहा था। इसके अलावा लिवर को डैमेज करने वाला एक और खतरा मोटापा था।
क्या है लिवर सिरोसिस और ये कैसे होता है?
लिवर से जुड़ी समस्याएं लंबे समय तक चलें तो ये लिवर सिरोसिस जैसी स्थिति पैदा करती हैं। जिसमें लिवर डैमेज होने लगता है। ऐसे में लिवर पर स्कार टिशू बनते हैं। जो लिवर के हेल्दी टिशूज को रिप्लेस कर देते हैं। इससे लिवर में ब्लड फ्लो कम होने लगता है। इससे लिवर में स्कार टिशूज इकट्ठा होने लगते हैं और लिवर ठीक से काम करना कम कर देता है। जैसे-जैसे सिरोसिस बढ़ता है, वैसे-वैसे और ज्यादा स्कार टिशू बनते हैं। इससे लिवर को अपने फंक्शन में मुश्किलें आने लगती हैं। लिवर सिरोसिस का बड़ा कारण लंबे समय से शराब की लत और हेपेटाइटिस है।