कई लोगों के तलवे में पीली गांठे बनी होती हैं जो बेहद भद्दे लगते हैं। ज्यादा चलने, रगड़ खाने और दबाव के कारण तलवों की स्किन में बेर के आकार जितनी मोटी गांठे बन जाती हैं। इन गांठों को फुट कॉर्न कहते हैं। फुट कॉर्न वैसे तो हर किसी को हो सकता है परन्तु यह वृद्धावस्था में ज्यादा होते हैं क्योंकि इस उम्र में त्वचा के फैटी टिशू कम हो जाते हैं जिसके कारण त्वचा की मोटी परत कम हो जाती है जिसके कारण फुट कॉर्न होने की संभावना बढ़ जाती है। बाबा रामदेव के अनुसार, अगर सही समय पर इसका इलाज नहीं कराया गया तो ये गांठे आकार में बड़ी होती जाती हैं और फिर चलने फिरने में मुश्किल होती है। तो, चलिए जानते हैं फुट कॉर्न की समस्या होने के कारण और उससे छुटकारा पाने के कुछ आसान घरेलू उपाय।
फुट कॉर्न के लक्षण
- गांठ में बहुत ज्यादा दर्द होना
- बेर के समान आकार का गाँठ होना
- फटने पर स्राव होना
फुट कॉर्न होने के कारण:
जब आपकी तलवों की स्किन पर हड्डी का दबाव पड़ता है तो इस वजह से फुट कॉर्न की समस्या हो सकती है। इसके अलावा फुट कॉर्न ऊँची एड़ियों के जूते पहनने से भी होता है। दरअसल हाई हील्स की वजह से एड़ियों के हिस्से में दबाव होने लगता है जिससे यह समस्या पैदा होती है। खराब फिटिंग के जूते पहनने से भी फुट कॉर्न की समस्या होती है। खराब फिटिंग के जूते पहनने से पैरों में लगातार घर्षण होता है जिससे कारण गांठ बन जाती है।
फुट कॉर्न से बचने के उपाय:
फुट कॉर्न की समस्या से निजात पाने के लिए ऊँची एड़ी और नुकीले नोक वाले जूतों को पहनने से बचना चाहिए। अंगुलियों के नाखून को काट कर रखें। पैरों को हर रोज क्रबिंग ब्रश से साफ करना चाहिए। पैरों को धोने के बाद अच्छी तरह से सूखा कर उन पर मॉइश्चराइजिंग क्रीम लगाएं। नियमित रूप से प्यूमिस स्टो या फुट फाटफाइल का इस्तेमाल करें। रोजाना साफ सुथरी जुराबे पहने और पसीना रोकने के लिए पैरों के तलवे में टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करें।