यूरिक एसिड में करेला: यूरिक एसिड की समस्या में लोगों के शरीर में प्यूरिन की मात्रा बढ़ जाती है। यही प्यूरिन जोड़ों से जा कर चिपक जाता है और गाउट का कारण बनता है। धीमे-धीमे ये तेज दर्द और सूजन की वजह भी बनता है। लेकिन, ध्यान देने वाली बात ये है कि डाइट कंट्रोल करके आप इस समस्या से बच सकते हैं। जी हां, जैसे की करेला यूरिक एसिड की समस्या (karela in high uric acid) में कारगर तरीके से काम कर सकता है। ये न सिर्फ शरीर में यूरिक एसिड को बनने से रोक सकता है, बल्कि दर्द व सूजन में भी कमी लाता है। लेकिन, आपको इसमें उबला करेला खाना है।
यूरिक एसिड में खाएं उबला करेला-Bitter gourd in uric acid
यूरिक एसिड में उबला करेला कई प्रकार से फायदेमंद है। दरअसल, यूरिक एसिड में फाइबर और रफेज की मात्रा बढ़ जाती है। ये बॉडी के लिए डिटॉक्सीफायर का काम करता है जो कि प्यूरिन को डिटॉक्स करने में मददगार है। इसके अलावा ये एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भी भरपूर है जो कि दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही ये पेशाब के जरिए यूरिया को भी बाहर निकालने में मदद करता है। जिससे यूरिक एसिड की समस्या कंट्रोल में रह सकती है।
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उबला करेला के अन्य फायदे-boiled karela benefits
उबला करेला, प्राकृतिक रूप से यूरिक एसिड को कम करने में अद्भुत काम करता है। करेला आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और विटामिन सी का पावरहाउस है। इसमें कैल्शियम, बीटा-कैरोटीन और पोटैशियम भी अच्छी मात्रा में होता है। गाउट से लड़ने के लिए आहार में करेले को करी, सूप और चोखा खा सकते हैं। इसके अलावा ये पेट और स्किन की कई समस्याओं को कम करने में मददगार है।
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उबला करेला डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। तो, इन तमाम कारणों से आपको उबले करेले का सेवन करना चाहिए। ये हर प्रकार से आपकी सेहत के लिए सेहतकारी है। तो, 2 करेला लें और इसे पानी में उबाल लें। अब इसका सेवन करें।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)