सालभर के इंतजार के बाद फलों का राजा आम आता है। मैंगो लवर्स गर्मियों में आम का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इन दिनों कई तरह के आम मार्केट में मिलने लगे हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को आम का स्वाद पसंद आता है। मीठा, रसीला आम देखकर खुद को कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीज भी आम को देखकर ललचाने लगते हैं। ऐसा हो भी क्यों न आम का स्वाद होता ही कुछ ऐसा है कि खाए बिना कोई नहीं रह सकता है। हालांकि डायबिटीज के मरीज आम खाने से डरते हैं। उन्हें लगता है कि आम की मिठास कही उनका शुगर लेवल हाई न कर दे। चलिए डाइटिशियन से जानते हैं कि डायबिटीज के मरीज आम खा सकते हैं या नहीं और एक दिन में कितने आम खा सकते हैं?
ट्रीशियन, वेट लॉस कोच और कीटो डाइटिशियन डॉक्टर स्वाति सिंह के मुताबिक, डायबिटीज के मरीज भी आम खा सकते हैं, लेकिन इसकी सीमित मात्रा ही डाइट में शामिल करें। आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक्सेप्टेबल लेवल का है, इसलिए शुगर के मरीज भी खा सकते हैं। जिन फूड्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 50 से कम होता है उन्हें डायबिटीज में खा सकते हैं। आम का GI करीब 51 होता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज भी आम खा सकते हैं।
डायबिटीज में आम खा सकते हैं?
अगर आप डायबिटिक हैं और आम खाते हैं तो जान लें आम का लो ग्लाइसेमिक लोड होता है। मतलब जब आप आम खाते हैं तो इससे तुरंत शुगर लेवल हाई नहीं होता है। आम में बहुत अधिक फाइबर होता है जिसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। आम विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन के, कैल्शियम, आयरन और पोटेशियम जैसे मिनरल से भरपूर होता है। आम में एक बायोएक्टिव कंपाउंड पाया जाता है जिसे मैंगीफेरेन (Mangiferin) कहा जाता है। ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। कई स्टडीज में ये तो ये भी पाया गया है कि आम पीपी शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।
डायबिटीज के मरीज 1 दिन में कितना आम खा सकते हैं
डायबिटीज के मरीज को अपनी डाइट और कैलोरीज का ध्यान रखते हुए आम खाने चाहिए। औसतन बात करें तो एक डायबिटीज का मरीज 100 ग्राम आम रोज खा सकता है। यानि आप करीब आधा कप आम खा सकते हैं। आम के साथ आप किसी तरह की प्रोटीन डाइट भी शामिल करें। जिससे आपका ब्लड शुगर तेजी से नहीं बढ़ेगा। आप आम के साथ नट्स, चीज या फिर अंडे ले सकते हैं।