दुनियाभर में महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। हार्मोंस में बदलाव और खराब लाइफस्टाइल ब्रेस्ट कैंसर की सबसे बड़ी वजह है। पिछले कुछ सालों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसकी वजह खराब होती लाइफस्टाइल है। लोग पहले के मुकाबले कम फिजिकली एक्टिव हो रहे हैं, लंबे समय तक सिटिंग जॉब्स में रहना और हार्मोंस में गड़बड़ी होना इसकी वजह हो सकती है। महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन ज्यादा बनने पर भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। आइये जानते हैं ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कैसे कम किया जा सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर से कैसे बचें?
वजन कंट्रोल रखें- एक उम्र के बाद महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ने लगता है। 35 साल की उम्र के बाद खुद को स्वस्थ रखने पर ज्यादा ध्यान दें। शारीरिक रूप से सक्रिय रहें और हेल्दी वेट मेंटेन करें। इससे ब्रेस्ट कैंसर और बढ़ती उम्र के साथ पैदा होने वाली कई गंभीर बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है।
शराब और सिगरेट से दूर रहें- हारवर्ड नर्सेस हेल्थ स्टडी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जो महिलाएं ज्यादा शराब पीती है या स्मोकिंग करती हैं उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में आपको इन दोनों चीजों से बचना चाहिए। शराब लिवर पर असर डालती है और सिगरेट पीने से आपके फेफड़े कमजोर बनते हैं। शराब और सिगरेट शरीर के दूसरे अंगों को भी प्रभावित करते हैं।
फीड जरूर कराएं- कुछ महिलाएं बच्चे को फीड कराने से बचती है या फिर बहुत जल्दी बंद कर देती है, जो मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। ज्यादा से ज्यादा फीड कराने से ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। इससे आपका वजन कंट्रोल रहता है और शरीर स्वस्थ रहता है।
हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल अपनाएं- ब्रेस्ट कैंसर और दूसरे कैंसर के खतरे को डाइट से काफी कम किया जा सकता है। इसके लिए आप रोजाना बैलेंस डाइट लें। खाने में ताजा फल और हरी सब्जियों को ज्यादा शामिल करें। शरीर को हाइड्रेट रखें और रोजाना 8 से 10 ग्लास पानी जरूर पीएं। लाइफस्टाइल को हेल्दी बनाने की कोशिश करें।
इन बातों का रखें ख्याल- अगर आप हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी या किसी तरह की गर्भनिरोधक गोलियां खा रही हैं तो अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर बात करें। इसके अलावा अगर आपकी फैमिली में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है तो आपको इस बारे में डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए। मेडिटेशन और योग से भी ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।