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WHO ने बूस्टर डोज (Covid booster dose) को लेकर कही ये बड़ी बात, जानें एक्सपर्ट की क्या है राय?

Booster Dose: देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में बूस्टर डोज को लेकर लगातार बहस जारी है। ऐसे में एक्सपर्ट से जानते हैं क्या बार-बार लें सकते हैं बूस्टर डोज?

Written By: Pallavi Kumari
Updated on: March 29, 2023 9:33 IST
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Image Source : WHO who_booster_dose

देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोविड के बूस्टर डोज (Covid booster dose) पर एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई है। लोगों के मन में इसे लेकर कई सवाल हैं कि आखिरकार किन लोगों को बूस्टर डोज लगवाना चाहिए, कब लगवाना चाहिए और आप इसे कितनी बार लगा सकते हैं। इन्हीं तमाम सवालों के जवाब को जानने के लिए हमने Dr. Azmat Karim - Consultant, Pulmonary Critical Care & Sleep Medicine, Fortis Escorts, Okhla, New Delhi से बात की। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि बूस्टर डोज को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने क्या कहा है।

स्वस्थ वयस्कों (Healthy Adults) के लिए जरूरी नहीं है बार-बार बूस्टर डोज: WHO

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि कोरोना के कम जोखिम वाले वयस्कों के लिए अतिरिक्त कोविड-19 वैक्सीन बूस्टर डोज लगवाना जरूरी नहीं है। दरअसल, डब्ल्यूएचओ के वैक्सीन विशेषज्ञों ने मंगलवार को कहा कि जिन लोगों ने अपना प्राथमिक टीकाकरण कोर्स पूरा कर लिया है और एक बूस्टर डोज भी ले चुके हैं, उनके लिए इसे बार-बार लेना जरूरी नहीं है। लेकिन, आप लेना चाहें तो ले सकते हैं पर इसका कोई खास फायदा नहीं है। 

COVID-19 टीकाकरण के लिए तय की गई 3 श्रेणियां: SAGE

संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के टीकाकरण पर विशेषज्ञों की सलाहकार समूह (Strategic Advisory Group of Experts on Immunization) ने अपनी नियमित द्विवार्षिक बैठक के बाद कई सिफारिशें जारी की हैं। SAGE ने COVID-19 टीकाकरण के लिए तीन नई, श्रेणियां बनाई हैं और इनके बारे में बताया है। जिनमें लोगों को हाई (High risk), मीडियम (Medium risk) और लो रिस्क (low risk) वाली तीन श्रेणियों में बांटा है। जिनमें गंभीर बीमारी या मृत्यु के जोखिम के आधार पर बूस्टर डोज की सलाह दी गई है। जिसमें कि 

-हाई (High risk) वाले ले सकते हैं अतिरिक्त बूस्टर शॉट्स। इनमें शामिल हैं डायबिटीज, HIV जैसी इम्यूनोकॉम्प्रोमाइजिंग स्थितियों वाले लोग। प्रेग्नेंट औरतें और फ्रंट-लाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ता।
-मीडियम (Medium risk) वाले समूह में स्वस्थ वयस्क, आमतौर पर 60 वर्ष से कम आयु के लोग और बच्चे और किशोर शामिल हैं। इन लोगों के लिए पहली बूस्टर खुराक की सिफारिश की गई है। इस दौरान ध्यान देने वाली बात ये है कि इस ग्रुप के लिए बार-बार बूस्टर डोज लेनी का सुझाव नहीं दिया गया है।
-SAGE अंतिम डोज के बाद 6 या 12 महीने के बाद अतिरिक्त बूस्टर डोज की सिफारिश करता है, जिसकी समय सीमा उम्र और इम्यूनोकॉम्प्रोमाइजिंग स्थितियों जैसे कारकों पर निर्भर करेगी।

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Image Source : WHO
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जानें एक्सपर्ट की क्या है राय-Expert opinion on booster dose?

1. बूस्टर डोज कब ले सकते हैं?

Dr. Azmat Karim बताते हैं कि दूसरे टीकाकरण के 9 महीने बाद आप बूस्टर डोज ले सकते हैं।  ये उन लोगों के लिए ही लागू है जिन्होंने पहले 2 टीके लगवाए हैं। यह हेल्थकेयर से जुड़े लोगों, कॉमोरबिडिटी वाले बीमार लोग और वरिष्ठ नागरिकों (60+) के लिए जरूरी है।

2. बूस्टर डोज क्यों लेना चाहिए? 

इस सवाल पर Dr. Azmat Karim कहते हैं कि यह ओरिजिनल और करंट कोरोना स्ट्रेन से सुरक्षा बरकरार रखता है। इतना ही नहीं यह भविष्य के वेरिएंट के खिलाफ व्यापक रूप से इम्यून रिस्पांस को प्रेरित करता है। यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आपकी इम्यूनिटी कोरोना के किसी भी वेरिएंट से लड़ने में मददगार है। 

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3. क्या बार-बार लें सकते हैं बूस्टर डोज?

क्या बार-बार बूस्टर डोज ले सकते हैं (Booster dose can be taken multiple times) तो, डॉ. करीम बताते हैं कि हां, आप ये ले सकते हैं और ये हेल्दी है। इसे पहले बूस्टर के हर 3 महीने के बाद कई बार ले सकते हैं। 

इतना ही नहीं, डॉ. करीम ये भी बताते हैं कि बूस्टर डोज का असर आम तौर पर तब तक रहना चाहिए जब तक कि कोई नया वैरिएंट नहीं आ जाता है, लेकिन चूंकि यह एक नया वायरस अध्ययन है और कोविड-19 वैक्सीन की प्रभावशीलता और अवधि को समझने के लिए कई क्लिनिकल ट्रायल्स किए जा रहे हैं। इसलिए, पूरी तरह से कोई भी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचा जा सकता।  

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