बारिश के इस मौसम में बहुत से लोग शरीर में अकड़न और हड्डियों में असहनीय दर्द की शिकायत कर रहे हैं। सुबह उठाते ही हड्डियों और मांसपेशियों के दर्द से लोग परेशान हो जाते हैं। दरअसल, ये हड्डियों से जुड़ी ये समस्या बरसात के मौसम की वजह से होती है। नई दिल्ली स्थित मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में हैंड, रिस्ट और रिकंस्ट्रक्टिव माइक्रोसर्जरी में कंसल्टेंट डॉ. नीरज गोदारा हमें बता रहे हैं कि बरसात के मौसम में लोगों को हड्डियों और जोड़ों में दर्द क्यों होता है और इससे बचाव के लिए आपको क्या करना चाहिए?
किन कारणों से बरसात के मौसम में हड्डियों में होने लगती है दर्द:
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तापमान में बदलाव: तापमान में अचानक बदलाव आने की वजह से जोड़ों का दर्द, गठिया जैसी बीमारियां ट्रिगर होती हैं। तापमान में बदलाव होने की वजह से आसपास का वातावरण को प्रभावित होता है जिससे शरीर पर हवा का दबाव कम होता है। इससे टिशूज फैलते हैं और शरीर के भीतर दबाव बनता है जो कि शरीर में दर्द और अकड़न का कारण बनता है।
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ह्यूमिडिटी बढने से: बरसात में ह्यूमिडिटी बहुत ज़्यादा होती है। ह्यूमिडिटी ज़्यादा होने से हमारे आसपास की हवा का दबाव कम होता है। ऐसे में जब हवा, हड्डियों पर लगती है तो हड्डियों की स्टिफनेस बढ़ जाती है। अर्थराइटिस की समस्या से पीड़ित लोग इसका ज़्यादा शिकार होते हैं।
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धूप कम मिलना: बारिश के मौसम में धूप कम निकलती है जिस वजह से लोग विटामिन डी की कमी का शिकार होते हैं। बॉडी में कैल्शियम और विटामिनी डी की कमी का सबसे ज़्यादा असर हमारे हड्डियों पर पड़ता है जिस वजह से हड्डियों में सूजन और दर्द की समस्या हो सकती है।
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एक्सरसाइज़ नहीं करना: बारिश के मौसम में एक्सरसाइज़ नहीं करने से भी लोग तेजी से हड्डियों से जुड़ी तकलीफों का शिकार होते हैं। दरअसल, बरसात की वजह से लोग टहलने नहीं निकलते हैं और एक्सरसाइज़ कम करते हैं। ऐसे में इस वजह से मसल्स की स्टिफनेस बढ़ जाती है जिससे जॉइंट्स में दर्द होता है।
ऐसे करें अपना बचाव:
बारिश के मौसम में हड्डियों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए नियमित रूप से योग, स्विमिंग और कुछ फ्लेक्सिबल एक्सरसाइज़ करें। सुबह उठकर सबसे पहले थोड़ा सा गुनगुना पानी पीकर एक्सरसाइज करना चाहिए जिससे ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है। अगर शरीर में दर्द और अकड़न की समस्या ज्यादा है तो डाइट का भी खास ख्याल रखें। अपनी डाइट में कैल्शियम और विटामिन डी की मात्रा बढ़ाएं। ज़्यादा से ज़्यादा पाने पियें। हॉट और कोल्ड पैक से सिकाई करें।