हमारे शरीर को चलाने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में लंग्स का काम होता है कि पूरे शरीर में खून के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई करता है। इसके साथ ही कार्बन डाई ऑक्साइड के लेवल को भी मेंटेन कर रहा होता है। शरीर में ऑक्सीजन का लेवल 95 फीसदी होना जरूरी है। लेकिन जह फेफड़े कमजोर हो जाता है जिससे यह धीरे-धीरे गिरने लगता है। अगर यह 90 फीसदी से कम हो जाता है तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आपके फेफड़े हेल्दी रहें।
आपको बता दें कि इस बार 60 से 65 फीसदी मरीजों को सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही है। उनका ऑक्सीजन लेवल तेजी से घटता है। 2 से 3 दिन के अंदर ये 80 से नीचे पहुंच जाता है और ऐसे में तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत होती है। अगर इस दौरान ऑक्सीजन ना मिले तो हालात बहुत गंभीर हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि फेफड़ों का पहले ही ध्यान रखें जानिए ऐसे कुछ हर्बल चीजों के बारे में जिससे आपके फेफड़े तेजी से मजबूत होगे।
फेफड़ों को हमेशा रखना चाहते हैं मजबूत तो कभी भी ना करें इन चीजों का सेवन, हो सकता है लंग्स इंफेक्शन
पिपली
पिपली में कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन अमिनो एसिड, विटामिन,एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों के अलावा मिनरल्स और कुछ मात्रा में पानी और ऑक्सीजन पाई जाती है। इसका सेवन करके आप अपने फेफड़ों को मजबूत रख सकते हैं।
मुलेठी
औषधीय गुणों से भरपूर मुलेठी में विटामिन बी, ई के साथ-साथ फास्फोरस, कैल्शियम, कोलीन, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सिलिकॉन, प्रोटीन, ग्लिसराइजिक एसिड के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बायोटिक गुण पाए जाते हैं। जो सर्दी-जुकाम, बुखार के साथ-साथ फेफड़ों को मजबूत रखने में मदद करती है। मुलेठी का सेवन 3-5 ग्राम ही पाउडर के रूप में करना चाहिए। आपको बता दें कि मुलेठी की तासीर ठंडी होती है।
कमजोर फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए करें इस आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन, यूं होगा झट से तैयार
अडूसा
इसे वासा का पौधा भी बोला जाता है। इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। इसकी पत्तियों में अलकोलाइड, सैपोनिन, टैनिन , फिनोलिक्स, फ्लैवोनोइड्स जैसे फाइटो-केमिकल्स की प्रचुर मात्रा होती है। जिसका सेवन करके सर्दी-जुकाम, बुखार, गठिया, एनिमिया से छुटकारा पाने के साथ फेफड़ों को हेल्दी रखने में मदद करेगा। इसकी पत्तियों का 10-15 मिली रस रोजाना पी सकते हैं। इसके साथ ही इगर पाउडर ले रहे हैं तो 3-6 ग्राम से ज्यादा न लें।
तुलसी
तुलसी के पत्ते में अधिक मात्रा में पोटैशियम, आयरन, क्लोरोफिल मैग्नीशियम, कैरीटीन और विटामिन-सी पाया जाता है जो फेफड़ों को हेल्दी रखने में मदद करता है। रोजाना सुबह 4-5 पत्तियों को चबा लें। इसके अलावा आप गिलोय और तुलसी का आयुर्वेदिक काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।
त्रिफला
आंवला, हरड़ और बहेड़ा का 1:2:3 अनुपात में मिलाकर त्रिफला का पाउडर बनाया जाता है। यह औषधिय गुणों से भरपूर होता है। यह आपके पेट को हेल्दी रखने के साथ ही इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है। इसे आप राज को सोने से पहले 1 चम्मच खा सकते हैं। इसके अलावा पानी में भिगोकर सुबह इसका सेवन कर सकते हैं।