आज पूरे देश में दिवाली का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। धनतेरस के दिन से लेकर भाई दूज तक इस त्यौहार को मनाया जाता है। जिस वजह से घर की बने मिष्ठान से लेकर बाहर की मिठाइयों तक ढेर लग जाता है। ऐसे में लगातार खाने से पेट का हाजमा बिगड़ जाता है। जिस वजह से लोग अक्सर एसिडिटी और अपच के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में आप इन कुछ ड्रिंक्स का सेवन कर सकते हैं। ये ड्रिंक्स एसिडिटी में बेहद फायदेमंद होते हैं।
सौंफ का पानी
सौंफ का उपयोग अक्सर खाना खाने के बाद सांसों की बदबू को खत्म करने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सौंफ का पानी पीने से पेट दर्द, सूजन, गैस, और कब्ज जैसी समस्याओं में तुरंत आराम मिलता है। दरअसल सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। जिस वजह से पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद मिलती है। सौंफ के पानी से गैस की दिक्कत में तुरंत आराम मिलती है। इस ड्रिंक का सेवन लंच और डिनर के 30 मिनट बाद करना चाहिए।
पुदीने की चाय
पुदीने की चाय हमारी बॉडी को डिटॉक्स करती है। इसे बनाने के लिए एक पैन में एक ग्लास पानी लें और इसे उबलने दें। इसके बाद इसमें 12 से 15 पुदीने की पत्तियां और दो, तीन काली मिर्च को अच्छी तरह से उबाल लें। जब ये हल्का ठंडा हो जाए तो छान कर फिर पिएं। इससे आपका डाइजेशन सही होगा और बॉडी डिटॉक्स होगी। पुदीने की चाय पीने से हमारा मेटाबॉलिज़्म बेहतर हो जाता है और एसिडिटी की दिक्कत भी दूर हो जाती है। पुदीने की चाय पीने से सांसों की बदबू दूर हो जाती है। इसे रात में सोने से पहले लें।
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तुलसी की चाय
तुलसी की चाय नेचुरल डिटॉक्स के रूप में काम करती है। इसमें नेचुरल केमिकल होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने का काम करते हैं और डाइजेशन को भी सुधारते हैं। इसे बनाने के लिए 1 गिलास पानी को उबाल लें। इसमें 10 से 12 पुदीने की पत्तियों को डाल कर अच्छी तरह से उबाल लें। जब ये हल्का ठंडा हो जाए तो इसे छान लें। आप इसमें टेस्ट के लिए शहद की कुछ बूंद डाल सकते हैं।
जीरा का पानी
जीरा का पानी पीने से अपच की परेशानी दूर होती है। ये आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और एसिडिटी की दिक्कत भी दूर हो जाती है। पुदीने की चाय पीने से सांसों की बदबू दूर हो जाती है। इसे रात में सोने से पहले लें।