आजकल हार्ट की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में बहुत सारे लोग अपने खान-पान और उसमें इस्तेमाल होने वाली चीजों को लेकर अलर्ट हो गए हैं। लोग कम तेल में बना भोजन ही खाना चाहते हैं। वहीं कुछ लोग सबसे अच्छा या सेहत के लिए फायदेमंद तेल का ही कुकिंग में इस्तेमाल करना चाहते हैं। ज्यादा तेल खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे हार्ट की बीमारियों का खतरा पैदा है। खासतौर से जिन्हें हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है उन्हें खराब तेल खाने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता हैं। इसलिए तेल खरीदते वक्त आपको कुछ खास बातों का ख्याल जरूर रखना चाहिए। आइये जानते हैं खाना पकाने के लिए कौन से तेल अच्छा होता है।
कौन सा ऑयल अच्छा है?
डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि हमेशा एक तेल का इस्तेमाल करने की बजाय आप कुछ समय पर अपना ऑयल बदलते रहें। आप एक महीने सरसों का तेल इस्तेमाल करें तो अगले महीने मूंगफली के तेल में खाना बनाए। इससे आपके शरीर को सभी जरूरी फैट्स मिलते रहेंगे. आपके कुकिंग ऑयल में मोनो-अनसैचुरेटेड और पॉली-अनसैचुरेटेड फैट मिक्स हो इसका ध्यान रखें। पॉली अनसैचुरेटेड के दो हिस्से होते हैं एक ओमेगा-3 और दूसरा ओमेगा-6 होता है। दोनों ही हार्ट को हेल्दी रखने के लिए जरूरी हैं। ये सफोला या सैफ्लार, कनोला, सनफ्लार जैसे ऑयल में पाए जाते हैं। मोनो-अनसैचुरेटेड फैट ऑलिव ऑयल, राइस ब्रैन, सरसों के तेल और मूंगफली के तेल में ज्यादा होता है।
खाना बनाने के लिए बेस्ट ऑयल
एक्सपर्ट्स की मानें तो खाना बनाने के लिए ऑलिव ऑयल, कनोला ऑयल, सरसों का तेल, सोयाबीन, सनफ्लार, सैफ्लार, राइस ब्रैन का ऑयल अच्छा माना जाता है। ये तेल इंडियन कुकिंग के हिसाब से अच्छे हैं। बेहतर होगा खाना बनाते वक्त एक चम्मच देसी घी एक चम्मच सरसों का तेल और एक चम्मच सनफ्लार ऑयल मिक्स करके उपयोग करें। इस तरह के तेल को ब्लैंडेड ऑयल कहते हैं। जो मार्केट में आसानी से मिल जाते हैं।
कौन सा तेल अच्छा नहीं होता?
अब बात आती है कि कुकिंग के लिए कौन का तेल अच्छा नहीं होता है। कई तरह के वेजिटेबल ऑयल में हाइड्रोजन मिलाकर बनाया जाता है। जिससे ऑयल में ट्रांस फैट की मात्रा ज्यादा हो जाती है। इस तरह का तेल खाने से शरीर को नुकसान होता है और ट्रांस फैट शरीर में बैड कॉलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। तेल को कभी भी बहुत ज्यादा तेज गर्म करके खाना नहीं बनाना चाहिए। एक बार गर्म करने के बाद तेल को बार-बार गर्म करने से उसकी केमिकल बॉन्डिंग बदल जाती है। ये ट्रांस सैचुरेटिड फैट शरीर को नुकसान पहुंचाता है।
तेल खरीदते वक्त क्या चेक करें?
1- जब भी आप मार्केट से तेल खरीदें हैं तो केमिकली एब्स्ट्रैक्ट ऑयल की बजाय प्रेस्ड ऑयल खरीदें। ऑयल की बॉटल पर ये साफ-साफ लिखा होता है।
2- सरसों का तेल प्रेस्ड ऑयल की लिस्ट में आता है। जो अच्छी क्वालिटी के तेल होते हैं उनमें ओमेगा-3, 6 और 9 पाया जाता है।
3- तेल खरीदते वक्त देख लें कि ओमेगा-3 ऊपर लिखा हो और ओमेगा-6 नीचे इसका मतलब है कि इस तेल में ओमेगा-3 ज्यादा और ओमेगा-6 कम है।
4- जब भी तेल खरीदें तो चेक कर लें कि ऑयल में ट्रांस फैट जीरो होना चाहिए। आपको ये सारी जानकारी ऑयल की पैकिंग के ऊपर लेबल पर लिखी दिख जाएंगी।