कोरोना के कारण बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की एक स्टडी की। जिसमें विभिन्न देशों के बच्चों को सम्मिलित किया गया। इस स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस स्टडी के अनुसार कोविड के कारण 41.7 फीसदी बच्चे डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं करीब 22.5 फीसदी बच्चों में बहुत ज्यादा डर की भावना पैदा हुई है और 42.3 फीसदी बच्चे चिड़चिड़ाहट और ध्यान नहीं लगने जैसा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
यह शोध 10 देशों के 22,996 बच्चों और किशोरों पर 15 तरह की स्टडी पर आधारित है। इस स्टडी का टाइटल 'साइकोलॉजिकल एंड बिहेवियरल इंपैक्ट ऑफ लॉकडाउन एंड क्वारंटीन मेजर्स फॉर कोविड-19 चिल्ड्रेन ऑन पैंडेमिक, एडोलसेंट्स एंड केयरगिवर्स' है। स्वामी रामदेव के अनुसार बड़े ही नहीं छोटे बच्चे भी तेजी से डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि माता-पिता बच्चों का खास ख्याल रखें। उनके सामने पॉजिटिव बातें करे। जिससे कि उन्हें स्ट्रेस, तनाव और डिप्रेशन से बचाया जा सके। इसके साथ ही बच्चों को थोड़ी देर योग जरूर करे। इससे भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
बच्चों को डिप्रेशन की समस्या से निजात पाने के लिए आप ये 5 योगासन करा सकते हैं। इससे ही लाभ मिलेगा। इससे लंबाई बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
शीर्षासन
इस आसन को सुबह-सुबह करना चाहिए। इस आसन के लिए सबसे पहले व्रजासन की मुद्रा में बैठ जाए। इसके बाद अपने दोनों हाथों की अंगुलियों को इंटरलॉक करते हिए योग मैट के ऊपर रखें। अब हथेली को कटोरी के आकार में मोड़ें और अपने सिर को झुकाकर हथेली पर रखें दें। अब धीरे-धीरे अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं औप चाहे तो एक-एक करके उठा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर योग की शुरुआत कर रहे हैं तो किसी व्यक्ति या फिर दीवार का सहारा ले सकते हैं। अब अपने जरूर को नीचे से ऊपर बिल्कुल सीधा रखें। शरीर का बैलेंस बनाकर रखें। इस मुद्रा में कुछ देर रहने के बाद आराम से पैरों को नीचे कर लें। इस आसन को करने शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से होता है। जिससे आपके बाल हेल्दी रहने के साथ शरीर मजबूत होगा।
सर्वांगसान
इस आसन के लिए योग मैट में सीधे लेट जाएं। इसके बाद कमर के नीचे से धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठाएं और 90 डिग्री का आकार बनाएं। इसके साथ ही अपने कमर को अपने हाथों से पकड़े रहें। इस स्थिति में थोड़ी देर रूके। इसके बाद फिर पुरानी मुद्रा में वापस आ जाओ।
चक्रासन
इस आसन को बच्चे बड़ी ही आसानी से कर लेंगे। इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। अब घुटनों को मोड़ें और एड़ी को जितना हो सके अपने नितंब के पास लाएं। अब अपने हाथों को उठाएं और उन्हें अपने कानों के बगल में रखें। हथेलियों को फर्श से लगाएं और उंगलियों की दिशा कंधों की ओर होनी चाहिए। अब अपने पैरों के साथ-साथ हथेलियों का उपयोग करके शरीर को ऊपर उठाएं। इसके बाद अपने कंधे और जांघों को स्ट्रेच करे। इश अवस्था को करने पर आपका शरीर आधा पहिया की तरह लगेगा। इस स्थिति में थोड़ी देर रहने के बाद धीरे से आराम की अवस्था में आ जाए।
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हलासन
सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। अपने हाथों को शरीर से सटा लें। हथेलियां जमीन की तरफ रहेंगी। सांस भीतर की ओर खींचते हुए धीरे-धीरे पैरों को ऊपर की तरफ उठाएं। टांगे कमर से 90 डिग्री का कोण बनाएंगी। जिसके कारण पेट की मांसपेशियों पर दवाब रहेगा। टांगों को ऊपर उठाते हुए अपने हाथों से कमर को सहारा दें। सीधी टांगों को सिर की तरफ झुकाएं और पैरों को सिर के पीछे ले जाएं। अपने पैरों के अंगूठे से जमीन को छुने की कोशिश करें। कमर जमीन के समानांतर रहेगी। इस मुद्रा में धीमे-धीमे सांस लेते हुए कुछ देर रहें। इसके बाद अपने पैरों को आराम से नीचे ले आएं।
पश्चिमोत्तानासन
सबसे पहले पैर फैलाकर बैठ जाएं। आपके दोनों पैर आपस में सटे हों और घुटने बिल्कुल सीधे रहें। अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे कि ओर झुकें और माथे को घुटनों से सटाते हुए हाथों से पैरों के अंगुठों को पकड़ने का प्रयास करें। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहने के बाद सामान्य गति से सांस लेते रहें। कुछ देर बाद आराम से सीधे हो जाएं।