Highlights
- पारद धातु की बात करें तो वैदिक धर्मग्रंथों में इसे भगवान शिव का स्वरूप माना गया है
- पारद एक जीवंत धातु है जिसका कड़ा हाथ में पहनने से कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है
कई लोग अक्सर हाथ में कड़ा पहनना पसंद करते हैं। कई लोग लोहे का तो कई लोग चांदी का कड़ा पहनते हैं, लेकिन क्या आपने कभी पारद के कड़े के बारे में सुना है नहीं तो हम आपको इस लेख में बताएंगे पारद के कड़े के बारे में। पारद धातु की बात करें तो वैदिक धर्मग्रंथों में इसे भगवान शिव का स्वरूप माना गया है।
किस धातु का है बना-
पारद एक जीवंत धातु है जिसका कड़ा हाथ में पहनने से कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है। सिख धर्म में पारद धातु का कड़ा खासतौर पर काफी लाभकारी माना गया है। इसके साथ इसका जीवन पर भी विशेष प्रभाव पड़ता है।
पारद कड़ा पहनने के फायदे-
नकारात्मक शक्तियों शक्तियों को करता है दूर-
पारद धातु को भगवान शिव का स्वरूप माना गया है इसीलिए जिन व्यक्तिओ पर भूत-प्रेत आदि नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव जल्दी होता है उन्हे भी पारद धातु कड़ा पहनने से लाभ होता है।
हाथ-पैर और कमर दर्द से दिलाता है राहत-
अगर हाथ-पैर और कमर में दर्द होता रहता है तो आपके लिए पारद का कड़ा काफी फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि पारद धातु ब्लड सर्कुलेशन को कंट्रोल करने में सहायक होता है, इसीलिए इसे धारण करने से इन परेशानियों से राहत मिलती है।
मौसम संबंधी बीमारियों से दिलाए छुटकारा-
कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें मौसम संबंधी बीमारियां जल्दी अपनी शिकार बना लेती हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए हाथ में पारद धातु कड़ा पहनने से लाभ मिलता है।
मानसिक पीड़ा करता है दूर-
पारद का कड़ा का शरीर पर स्पर्श व्यक्ति में जलन, निंदा, मोह, अहंकार, हिंसा, विक्षिप्तता आदि अनेक आंतरिक दोषों को कम करके मानसिक पीड़ा भी दूर करता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले इससे संबंधित पंडित ज्योतिषी से संपर्क करें।