मुलेठी का इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधी के रूप में किया जाता है। ये दिखने में एक झाड़ी जैसा पौधा होता है। इसके पौधे के तने को छाल के साथ सुखा कर यूज करते हैं। मुलेठी में कैल्शियम, ग्लीसिर्रहिजिक एसिड, एंटी ऑक्सिडेंट, एंटीबायोटिक और प्रोटीन के तत्व पाए जाते हैं। जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता हैं। ये खाने में मीठी होती है। मुलेठी का इस्तेमाल सदियों से नेत्र रोग, मुख रोग, कंठ रोग, उदर रोग, सांस विकार, हृदय रोग, घाव के उपचार के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा इसका चूरन बनाकर या छोटे-छोटे टुकड़े करके चूसने से खांसी, कंठ जैसी तमाम समस्यों से राहत मिल सकती है।आज हम आपको बताएंगे कि मुलेठी का सेवन करने से कौन से रोग दूर रहते हैं?
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मुलेठी इस्तेमाल के स्वास्थ्य लाभ
अर्थराइटिस
मुलेठी अर्थराइटिस की समस्या में राहत पहुंचाने का काम कर सकती है। इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटीबायोटिक के गुण पाए जाते हैं जो अर्थराइटिस, दर्द सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। अर्थराइटिस के मरीजों को मुलेठी की चाय का सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है।
पाचन
मुलेठी में फ्लेवोनॉइड जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो पाचन को तो अच्छा रखने का काम करता ही है। साथ ही ये वजन को कम करने में भी मदद कर सकते हैं। मुलेठी पेट के अल्सर की समस्या को खत्म करने में मददगार माना जाता है।
खांसी
बरसात के मौसम में खांसी की समस्या अक्सर होती है। ऐसे में मुलेठी के छोटे-छोटे टुकड़े करके चुसते रहने से खांसी की समस्या में राहत मिल सकती है। मुलेठी को गले में कफ होने पर भी काफी लाभदायक माना जाता है। कफ की शिकायत होने पर मुलेठी के चुर्ण को शहद के साथ इस्तेमाल करना मददगार हो सकता है।
आंखों
मुलेठी को आंखों की जलन और लालपन को कम करने के लिए, बहुत ही लाभदायक उपचार माना जाता है। मुलेठी के चुर्ण को सौंफ के साथ इस्तेमाल करने से आंखों की जलन और लालपन में आराम मिल सकता है।
मुंह की दुर्गंध
मुंह की दुर्गंध आने की समस्या में मुलेठी काफी असरदार मानी जाती है। मुलेठी के टुकड़े को सौंफ के साथ या सिर्फ मुलेठी को इस्तेमाल करने से मुंह की दुर्गंध से छुटकारा मिल सकता है।
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Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।