यूं तो हर बीमारी में खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। लेकिन डायबिटीज को लेकर लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं होती, और कम जानकारी होने के चलते अक्सर डायबिटीज वाले मरीज अपने साथ कई तरह की गलतियां कर बैठते है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें हर छोटी-छोटी चीज़ का ध्यान रखा जाना चाहिए। ज़रा सी लापरवाही आपके लिए एक बड़ी चूक साबित हो सकती है।
डायबिटीज में लोग ये समझ ही नहीं पाते है कि उन्हें किन चीज़ों का सेवन करना चाहिए और किन चीज़ों का नहीं । उन्हें तो ये तक नहीं पता होता कि उन्हें कौन सी फल और सब्जियां खानी चाहिए। की लोगों को तो ये गलतफैमी भी है कि फलों का सेवन करने से उनका शुगर लेवल बढ़ जाता है। जिसके चलते वह फलों से किनारा कर लेते हैं। डॉक्टरों की माने तो कुछ फल ऐसे हैं जिन्हें डायबिटीज में खाने से काफी फायदे मिलते हैं।
फलों में नेचुरल शुगर होता है, जो चीनी के मुकाबले काफी हेल्दी होता है। ऐसा ही एक फल है केला। केले का सेवन डायबिटीज में किया जा सकता है । हांलाकि केले का सेवन करने से पहले कई अहम बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है ।
डॉक्टर्स की मानें तो डायबिटीज के मरीज यदि पका हुआ केला खाते हैं, तो वह इसे स्नैक्स के रूप में लें। यदि कच्चा केला खाते हैं, तो सब्जी बनाकर खाएं। दोनों की कंसिस्टेंसी और इस्तेमाल अलग-अलग है। डायबिटीज रोगी पका हुआ केला खा सकते हैं, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि उनका शुगर लेवल कितना है।
डॉक्टर्स के मुताबिक यदि आपने सुबह 8:30 पर नाश्ता किया है, तो केला 11 बजे ले सकते हैं, लेकिन नाश्ते में पोहा, उपमा के साथ केला खाना सही नहीं है। लेकिन नाश्ता, दिन और रात के भोजन के साथ बिल्कुल भी केला नहीं खाना चाहिए । इतना ही नहीं एक मील से दूसरे मील के बीच होने वाले गैप में आप सिर्फ 100 ग्राम तक ही केले का सेवन कर सकते हैं । केला के अंदर ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है । ऐसे में डायबिटीज वाले मरीज़ों का इन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। .
ये भी पढ़ें-