फाइबर की कमी के लक्षण: फाइबर आपके शरीर में कई कामों के लिए जरूरी है। दरअसल, फाइबर आपके पेट के मेटाबोलिक रेट को बढ़ाने का काम करती है। दूसरा, ये आपके शरीर के लिए एक स्क्रब की तरह है और आपके आंत, ब्लड वेसेल्स, किडनी और लिवर की सफाई में मदद करता है। लेकिन, तब क्या जब आपके शरीर में इसकी कमी हो जाए। आइए, हम आपको बताते हैं इसके बारे में।
फाइबर की कमी के लक्षण-Fiber Deficiency Symptoms in Hindi
1. मल का सूख जाना
फाइबर आपके बॉवेल मूवमेंट को बेहतर बनाती है। लेकिन, जब इसकी कमी होती है तो आपका मल सूख जाता है। दरअसल, मल का सूखना कब्ज की समस्या का कारण बनता है और कई बार पाइल्स की ओर भी ले जाता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीज सत्तू में मिलाकर पिएं ये 1 चीज, जिद्दी से जिद्दी फैट को कर देगा फ्लश ऑउट
2. मतली और उल्टी
मतली और उल्टी, दोनों ही फाइबर की कमी के कारण हो सकता है। दरअसल, इसकी कमी से पेट साफ नहीं होता और बचे हुए कणों को पचाने के लिए पेट बार-बार एसिड प्रड्यूस करता है जिससे मतली व उल्टी हो सकती है।
3.बैड कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना
फाइबर की कमी से मतली और उल्टी हो सकती है। ये आपके शरीर में वेस्ट और फैट लिपिड को बढ़ावा देता है जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, ब्लड वेसेल्स को नुकसान होता है और दिल की कई बीमारियां हो सकती हैं।
4. भूख न लगाना
भूख न लगाना, फाइबर की कमी से जुड़ा हुआ हो सकता है। दरअसल, जब पेट खाली नहीं होता तो ब्लोटिंग की समस्या बनी रहती है। ऐसे में दिमाग को कभी ये मैसेज नहीं जाता कि पेट खाली है और भूख लग रही है। इसलिए व्यक्ति को भूख नहीं लगती।
शरीर में दिखे गांठ तो न करें नजरअंदाज, हो सकता है कैंसर का संकेत, स्वामी रामदेव से जानिए आयुर्वेदिक उपाय
5. थकान और सुस्ती
थकान और सुस्ती, लगातार होने वाली फाइबर की कमी का कारण है। दरअसल, जब आपका पेट साफ नहीं होगा और शरीर में गंदगी जमा रहेगी तो आपको थकान और सुस्ती जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
तो, इन तमाम लक्षणों से बचने का एक ही उपाय है कि आप फाइबर से भरपूर फूड्स जैसे कि ओट्स, मोटे अनाज फल और सब्जियां आदि का सेवन करें।