अपेंडिक्स हमारी आंत का एक छोटा-सा हिस्सा होता है। यह एक पतली और छोटी सी ट्यूब की तरह होती है जिसकी लंबाई 2 से 3 इंच होती है। अपेंडिक्स के दो सिरे होते हैं। एक सिरा बंद और एक खुला। अगर कभी खुले सिरे से खाना अपेंडिक्स के अंदर चला जाए तो बंद सिरे से बाहर नहीं आ पाता जिससे अपेंडिक्स में इंफेक्शन होने लगता है। जिसे अपेंडिसाइटिस कहते हैं। इसके कारण पेट में दर्द की समस्या हो जाती है।
अपेंडिक्स की समस्या 10 से 30 साल की उम्र के लोगों को अधिक होती है। एक रिसर्च के अनुसारअपेंडिक्स एक हेल्दी बॉडी के लिए जरूरी भी है। इसमें मनुष्य के पाचन प्रणाली के लिए अच्छे वाले बैक्टीरिया को जमा करके रखने वाली थैली होती है और जिसके कारण जब हमारे शरीर के बैक्टीरिया में लम्बे समय से रोगों की वजह से कमी हो जाती है तो अपेंडिक्स का काम पाचन प्रणाली को सुदृढ़ रखना होता है।
ब्लैक फंगस से पेट का बचाव करेगा तुलसी-नीम से बना जूस, बस ऐसे करें सेवन
अपेंडिक्स में होने वाले दर्द काफी ज्यादा होता है। इस समस्या से महिलाओं को मुकाबले पुरुषों को अधिक होती है। वैसे तो पेट के निचले हिस्से में दर्द की कई और वजहें भी हो सकती हैं और अगर आपका पेट दर्द अपेंडिक्स की वजह से हो रहा है तो इसकी लोकेशन अधिकतर बदलती रहती हैं। पेट दर्द इतना अधिक होता है कि कुछ ही घंटों के अंदर बर्दाश्त से बाहर भी हो जाता है।
वैसे तो अपेंडिक्स का दर्द बहुत तेज होता है और इसे तुरंत इलाज की जरूरत होती है लेकिन फिर भी आप आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
अरंडी का तेल
अरंडी के तेल में रिसिनोलिक एसिड होता है जिसमें दर्द को कम करने के साथ-साथ सूजन को कम करता है। रात को सोने से पहले 1 चम्मच अरंडी का तेल पिएं या फिर इसे दूध में मिला लें।
त्रिफला
त्रिफला मुख्य रूप से आंवला, हरड़ और बहेड़ा से मिलकर बना होता है। रात को सोने से पहले त्रिफला का पाउइडर खा लें। इससे अपेंडिक्स के दर्द से निजात मिलने के साथ पाचन तंत्र दुरस्त रहेगा।
फेफड़ों को मजबूत करने के लिए करें इन फूड्स का सेवन, लंग्स संबंधी बीमारियों से रहेंगे कोसों दूर
अन्य आयुर्वेदिक औषधिया
- शुद्धि चूर्ण, दिव्य चूर्ण का सेवन करे
- लिवोग्रिड और लिवोअमृत का सेवन करे। इससे भी लाभ मिलेगा।
- सर्वकल्प का काढ़ा दिनभर पिएं।
- खाली पेट पूननर्वा मंडूर खाएं।
- गीली मिट्टी की पट्टी पेट दिन में 2 बार रखें। अगर मिट्टी नहीं है तो मोटे कपड़े को ठंडे पानी में भोगकर रखें।
- पैरों की पिंडलिया दबाने से लाभ मिलेगा।
चेहरे, फेफड़े के बाद पेट पर ब्लैक फंगस का हमला, स्वामी रामदेव से जानें पाचन को फिट रखने का इलाज