अस्थमा के दौरान श्वसन नली में सूजन आ जाती है जिसके कारण सांस लेने में समस्या होता है। अस्थमा होने के कई कारण हो सकते हैं। अस्थमा का रोग कभी भी किसी को भी अचानक अपनी गिरफ्त में ले सकता है। लंबे समय तक खांसी बनी रहना या फिर सांस लेने की समस्या अस्थमा के मुख्य लक्षण है। अगर कोई अस्थमा की समस्या से ग्रसित हैं तो उसे अपनी डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है।
स्वामी रामदेव के अनुसार अस्थमा के साथ लंग्स संबंधी अन्य बीमारियों से निजात पाने के लिए योग काफी कारगर है। लेकिन इसके अलावा आयुर्वेदिक उपाय अपना सकते हैं। इससे भी लाभ मिलेगा। जानिए इस आयुर्वेदिक लेप के बारे में।
इन लोगों को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए लीची का सेवन, फायदे की जगह होगा भारी नुकसान
हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरिया और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। वहीं प्याज में भी सोडियम, पोटैशियम, फोलेट्स, विटामिन ए, सी, और ई जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसके साथ ही प्याज में एंटी-इंफ्लेमेट्री एंटी-एलर्जिक, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण भी होते हैं। वहीं लहसुन में एंटी कैंसर यौगिक पाए जाते हैं।
वजन घटाने के लिए ऐसे करें अजवाइन का सेवन, पेट-कमर की चर्बी भी हो जाएगी गायब
आयुर्वेदिक लेप बनाने के लिए सामग्री
- आधा चम्मच कच्ची हल्दी या पाउडर
- 5-6 लहसुन
- थोड़ी सी अदरक
- आधा प्याज
- थोड़ा सा दिव्य धारा
खांसी-सांस फूलना हो सकते हैं अस्थमा के संकेत, स्वामी रामदेव से जानिए लंग्स इंफेक्शन का परमानेंट इलाज
ऐसे लगाएं आयुर्वेदिक लेप
एक ग्राइंडर में हल्दी, लहसुन, अदरक, प्याज डालकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इसके बाद इसमें दिव्य धारा डालकर अच्छी तरह से मिला लें। इसके बाद इसे पूरी छाती से लेकर गर्दन तक में इसे लगा लें। इसे लगाने के बाद एक कॉटन कपड़े को ठीक ढंग से लपेट लें। करीब आधा घंटा लगा रहने के बाद हटा दें। इस पेस्ट को रोजाना 7 से 10 दिन तक लगाए। इस आयुर्वेदिक लेप के द्वारा फेफड़े में जमा हुऐ कफ ढीला हो जाएगा। इसके साथ ही लंग्स मजबूत होगे।