आजकल हर बच्चा फोन और टीवी से चिपका रहता है। गेम के नाम पर बच्चे वीडियो गेम, यूट्यूब और रील्स देखने में बिजी रहते हैं। लेकिन इससे स्वास्थ्य को कई नुकसान हो रहे हैं। बच्चों को जितना हो सकते घर के बाहर एक्टिविटीज और गेम के लिए भेजें। आप बच्चों के साथ जितना हो सके घर की चारदीवारी से निकलकर बाहर पार्क में, पेड़-पौधों के बीच, हरे-भरे मैदान में बिताएं। इससे बच्चों की हड्डियां मजबूत बनती हैं। प्लांट बेस्ड फूड हेल्थ के लिए संजीवनी का काम करते हैं।
बेल्जियम की हैसेल्ट यूनिवर्सिटी की एक लेटेस्ट रिसर्च सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक हरे-भरे इलाकों में रहने-खेलने वाले बच्चों की हड्डियां दूसरे बच्चों के मुकाबले 20-25% ज़्यादा मज़बूत होती हैं और तो और इससे bone disease होने का खतरा भी 65% तक घट जाता है। साइंटिस्ट्स भी कहते हैं कि बचपनऔर यंग एज में हड्डियों की जो ताकत बढ़ती है वो 50 साल की उम्र तक बनी रहती है और फिर धीरे धीरे कम होने लगती है। इसलिए बच्चों को कुदरत के बीच ले जाने की बहुत ज़रूरत है। क्योंकि कोरोना में स्टेरॉयड के इस्तेमाल से यंग एज में ही लोगों की हड्डियां कमज़ोर हो रही हैं।
रिपोर्ट की मानें तो स्टेरॉयड लेने वाले काफी कोविड पेशेंट्स आज जोड़ों के दर्द से जूझ रहे हैं। सबसे ज़्यादा कमज़ोर घुटने और कूल्हे हो रहे हैं। ऐसे लोगों को आर्थराइटिस और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां जवानी में ही घेर रही हैं। देश में पहले ही 18 करोड़ से ज़्यादा गठिया के मरीज़ हैं। ऐसे में अगर कोरोना के शिकार रहे जो मरीज़ ज्वाइंट्स पेन की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। उन पर ध्यान ना दिया गया तो हालात खराब हो सकते हैं। स्वामी रामदेव से जानते हैं जोड़ों का दर्द दूर करने के उपाय।
आर्थराइटिस के लक्षण
ज्वाइंट्स में दर्द
जोड़ों में अकड़न
घुटनों में सूजन
स्किन लाल होना
जोड़ों में दर्द होने पर न करें ये गलती
वजन ना बढ़ने दें
स्मोकिंग से बचें
पॉश्चर सही रखें
जोड़ों में दर्द होने पर इन चीजों से करें परहेज
प्रोसेस्ड फूड
ग्लूटेन फूड
अल्कोहल
ज्यादा चीनी-नमक
जोड़ों में दर्द होने पर ऐसे रखें ख्याल
गर्म कपड़े पहने
पानी ज्यादा पीएं
वर्कआउट करें
विटामिन D जरुरी
जोड़ों के दर्द में रोज खाएं ये चीजें
बथुआ
सहजन
पालक
ब्रोकली
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