इन दिनों लोगों में यूरिक एसिड की समस्या आम हो गई है। ठंड के मौसम में यह समस्या लोगों में और भी बढ़ जाती है। अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड की समस्या बढ़ जाए तो इस वजह से आपको गठिया और किडनी स्टोन जैसी बीमारियों का समाना करना पड़ सकता है। जिस वजह से आपको घुटनों, जॉइंट्स और उंगलियों में दर्द और तकलीफ हो सकती है। कई बार दर्द इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि लोग ढंग से उठ बैठ भी नहीं पाते हैं। आपके साथ ऐसा न हो इसलिए आप यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटी अश्वगंधा का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप सोच रहे होंगे की अश्वगंधा यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में कैसे कारगर है तो चलिए हम आपको इसके फायदे हैं।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में कारगर अश्वगंधा
अश्वगंधा का वैज्ञानिक नाम विथानिया सोम्नीफेरा है और इसे विंटर चैरी और इंडियन गिनसेंग के नाम से जाना जाता है। यह एक प्राचीन औषधीय जड़ी बूटी है। इसका उत्पादन भारत और अफ्रीका में होता है। यह जड़ी बूटी सेहत को कई तरह से फायदे पहुंचाती है। इसके सेवन से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। सर्दियों के मौसम में अश्वगंधा का सेवन करने से कमजोर हड्डियों को मजबूत मिलती है। इसके सेवन से अर्थराइटिस की वजह से होने वाली सूजन और जोड़ों के दर्द में भी राहत मिलती है।
यूरिक एसिड के मरीज ऐसे करें अश्वगंधा का सेवन
एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर और चम्मच शहद एक ग्लास गुनगुने दूध में मिलाएं। रात को रोज़ाना सोने से पहले इसे पीएं। इसे पीने से कुछ दिन में ही यूरिक एसिड कम होने लगेगा।
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अश्वगंधा सेवन करने के अन्य फायदे
- वजन करे कम: अगर आपक वजन दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है तो आप अपनी डाइट में अश्वगंधा को शामिल करें। एक ग्लास दूध में एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिला लें। उसके बाद इसमें एक चम्मच शहद मिला दें। अब इसका सेवन करें। इससे आपको काफी फायदा मिलेगा।
- पुरुषों के लिए लाभकारी: पुरुषों में आई कमजोरी को दूर करने में इस जड़ी बूटी का कोई मुकाबला नहीं है। अश्वगंधा के सेवन से कमजोर दूर होगी। रोजाना 2 ग्राम अश्वगंधा पाउडर के साथ 125 ग्राम त्रिकाटू पाउडर को एक गिलास दूध में मिलाकर पी लें। इससे आपको राहत मिलेगी।
- बीपी कंट्रोल करे: अगर आप बीपी के अमरीज हैं तो अश्वगंधा आपके लिए वरदान साबित हो सकता है। इसके सेवन से हाई बीपी की समस्या को भी कंट्रोल किया जा सकता है।