Ashwagandha for stomach: अश्वगंधा एक ऐसी जड़ीबूटी है जो कि आपकी सेहत के लिए कई प्रकार से काम करता है। ये ब्रेन बूस्टर है जो कि आपके ब्रेन एक्टिविटी को बेहतर बनाता है। पर इसकी खास बात ये है कि अश्वगंधा को पारंपरिक रूप से एडाप्टोजेन के रूप में उपयोग किया जाता है जो तनाव से संबंधित कई स्थितियों के लिए किया जाता है। माना जाता है कि ये एडाप्टोजेन शरीर को शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करते हैं और यही शरीर के तमाम अंगों के लिए भी काम करता है। जैसे कि पेट के लिए भी अश्वगंधा के फायदे कई हैं। कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
एसिडिटी में अश्वगंधा-Ashwagandha for acidity
एसिडिटी में अश्वगंधा का सेवन कई प्रकार से काम करता है। ये पहले तो पेट के एसिड बाइल जूस को कम कर देता है और एसिडिटी को कम करने में मददगार है। ये एसिड बाइल जूस को न्यूट्रलाइज करता है और इसे पेट में बढ़ने से रोकता है। ये अपच वाले खाने के भी असर को कम करता है और एसिडिटी से बचाने में मददगार है। तो, ऐसे में अश्वगंधा का पानी पिएं।
हाई यूरिक एसिड के मरीज ऐसे खाएं लहसुन, दर्द होगा ठीक और प्यूरिन पचाने में भी मददगार
मेटाबोलिक रेट बढ़ाता है अश्वगंधा-Ashwagandha for metabolism
अश्वगंधा मेटाबोलिक रेट को बढ़ाता है जो कि इरिटेबल बाउल डिजीज को कम करने में मदद करता है। ये पेट में सूजन को कम करने में मदद करता है और फिर ये मेटाबोलिक रेट बढ़ाता है। इससे पाचन क्रिया तेज होता है और मेटाबोलिक रेट बढ़ता है जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है और आप जो खाते हैं वो तेजी से बजने लगता है।
पैरों में फंगल इन्फेक्शन की समस्या हो तो आजाएं ये 3 घरेलू उपचार, सूजन समेत दर्द को कम करने में मददगार
बॉवेल मूवमेंट को तेज करने में मददगार-Ashwagandha for bowel movement
अश्वगंधा बॉवेल मूवमेंट को तेज करने में मदद करते हैं। ये आपके कब्ज की समस्या को कम करता है और पाइल्स आदि के लक्षणों में भी कमी लाता है। इसके अलावा मल त्याग को आसान बनाता है और इसे मुलायम करता है। तो, अश्वगंधा को ठंडे दूध में मिलाकर पीने से आपको पेट से जुड़ी इन तमाम सममस्या से निजात मिल सकता है। इन तमाम वजहों से सभी को बॉवेल मूवमेंट का सेवन करना चाहिए।