शुगर, मधुमेह कहिए या डाइबिटीज, एक ऐसी बीमारी जो आपके लाइफस्टाइल से पैदा होती है और आपके पूरे सिस्टम को बिगाड़ डालती है। डाइबिटीज के मामलों में पिछले कुछ सालों में एकाएक तेजी आई है। एक्सरसाइज कम होना, जंक फूड खाना और आराम तलब जिंदगी में डाइबिटीज कब घेर लेती है पता नहीं चल पाता। जहां पहले बुजुर्ग लोग ही इस इसका शिकार होते थे, वहीं अब कम उम्र के लोग भी इसकी गिरफ्त में आते जा रहे हैं।
डाइबिटीज में बढ़े हुए ब्लड शुगर को समय रहते कंट्रोल करना बहुत ही जरूरी है। क्योंकि इसके बढ़ते ही आपके शरीर के विभिन्न अंगों पर बुरा असर पड़ता है। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए यूं तो लोग कई तरह के उपाय अपनाते हैं। ऐसे में अशोक के पेड़ की छाल में एक विकल्प हो सकती है। औषधीय गुणों से भरपूर अशोक ब्लड शुगर के साथ-साथ कई बीमारियों से बचाव करता है। इसके साथ इसके फूल और छाल दिल को मजबूत रखने में मदद करते हैं। जानिए डायबिटीज के मरीज कैसे कर सकते हैं अशोक की छाल का सेवन।
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अशोक का पेड़ कैसे कम करेगा ब्लड शुगर?
एक रिसर्च के अनुसार अशोक की छाल में एंटी -डायबिटिक का गुण पाया जाता है जो शर्करा की मात्रा को रक्त में बढ़ने से रोकता है। इसके साथ ही अशोक के फूलों में हाइपोग्लाइसेमिक पाया जाता है, जिसका सेवन करने से इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाकर खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है। आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो डाइबिटीज विशेषज्ञ से बातचीत करें और फिर इसका उपयोग करें।
डायबिटीज के मरीज ऐसे करें अशोक की छाल का सेवन
- अशोक की छाल के साथ जामुन को समान मात्रा मिलाकर पीसकर चूर्ण बना लेना चाहिए। इस चूर्ण को रोज सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ लेना डायबिटीज के मरीज के लिए फायदेमंद हो सकता है।
- अशोक के फूलों को सुखाकर पाउडर बना लें। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए रोजाना करीब 1-3 ग्राम इस पाउडर को खाएं
- अशोक की छाल, नीम की छाल, हल्दी को बराबर मात्रा में लेकर पाउडर बना लें। 100 ग्राम पानी में इसे पकाएं। जब काढ़ा 10-20 मिली. बच जाए तो गैस बंद कर दें। रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।
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Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।