अर्थराइटिस यानी गठिया हड्डियों से जुड़ी बीमारी है, जिसमें हाथ-पैर और शरीर के अन्य जोड़ों में तेज दर्द, सूजन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसमें जोड़ों में सूजन, अकड़न और असहनीय दर्द होता है। गठिया वैसे तो एक उम्र के बाद की बीमारी मानी जाती है, एक समय के बाद जोड़ों में चिकनकाहट कम हो जाती है जिससे दर्द और अकड़न शुरू होती है। गठिया के लक्षणों की शुरुआत अचानक या धीरे-धीरे हो सकती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटीइड गठिया ऑस्टियोआर्थराइटिस के सबसे आम कारण हैं। ऐसे में सर्दियों में मौसम काफी ठंडा होता है और इस वजह से गठिया का दर्द आपको ज्यादा परेशान कर सकता है। इसलिए सर्दियों के दिनों में गठिया के मरीजों को कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए। चलिए जानते हैं इस मौसम में आप अपना ख्याल कैसे रख सकते हैं?
हो सकती हैं सेहत से जुड़ी ये समस्याएं:
अर्थराइटिस की समस्या होने पर मरीजों को ज्यादा देर तक एक ही जगह पर बैठने से बचना चाहिए, क्योंकि सइस वजह से शरीर में अकड़न की समस्या हो जाती है। अगर आप गठिया के मरीज हैं तो दर्द ज्यादा बढ़ सकता है। साथ ही मरीजों को ठंडे पानी का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। वहीं अगर आप ठंडे पानी से काम करते हैं या फिर नहाने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल करते हैं तो दर्द, सूजन और अकड़न की समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है।
इन बातों का भी रखें ध्यान:
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फिजिकल एक्सरसाइज़ में न बरतें कोताही: गठिया के दर्द को दूर रखने के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि बहुत ज़रूरी है। स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियों और जोड़ों की जकड़न को आराम मिलता है। नियमित रूप से व्यायाम करने से लचीलापन बढ़ता है और जोड़ स्वस्थ रहते हैं। इसके अलावा, शारीरिक गतिविधियाँ शरीर को गर्म रखती हैं, जिससे ठंड का असर कम होता है।
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पानी पियें: गठिया में हाइड्रेटेड रहना आवश्यक है। शरीर के तरल पदार्थों का सही स्तर बनाए रखने से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। इसके अलावा, हाइड्रेशन जोड़ों में घर्षण के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे गठिया से पीड़ित लोगों को आसानी से चलने-फिरने में मदद मिलती है।
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खानपान का रखें ध्यान: गठिया के मरीज सर्दियों में चीनी, चाय, कॉफी, अनहेल्दी फैट, रिफाइंड फूड्स के सेवन से बचें।विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों को डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए।