Highlights
- ठंड के दिनों में लोगों को अर्थराइटिस या जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है
- अर्थराइटिस होने के पीछे भी लाइफस्टाइल और आहार की बहुत बड़ी भूमिका होती है
- गठिया का मुख्य कारण अनुचित आहार होता है
ठंड के दिनों में लोगों को अर्थराइटिस या जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है। तापमान गिरते ही जोड़ अकड़ने लगते हैं और हड्डियां दर्द होना शुरू हो जाती हैं। खासकर अधिक उम्र वाले लोगों को उठने बैठने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अंगुलियों और पैर की उंगलियों तक रक्त का संचार कम होने से दर्द बढ़ जाता है, लेकिन कुछ घरेलू नुस्खों से आप इनसे छुटकारा पा सकते हैं। आप अगर इन चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें तो अर्थराइटिस से कुछ हद तक छुटकारा पा सकते हैं।
क्यों होती है अर्थराइटिस की समस्या-
हमारा लाइफस्टाइल हमारे शरीर पर काफी प्रभाव डालता है। अर्थराइटिस होने के पीछे भी लाइफस्टाइल और आहार की बहुत बड़ी भूमिका होती है। गठिया का मुख्य कारण अनुचित आहार होता है। जैसे अधिक मात्रा में मांस, मछली, अत्यधिक मसालेदार भोजन शराब और फ्रूक्टोज युक्त पेय पदार्थों का सेवन।
लहसुन-
लहसुन एंटी-इंफ्लामेटरी खाद्य पदार्थ है। इसके रोजाना सेवन से जोड़ों के दर्द से कुछ आराम मिल सकता है। यह बारी बीमारियों के लिए भी अच्छा माना जाता है।
हल्दी-
हल्दी एक ऐसा मसाला है जो न सिर्फ खाने में स्वाद को बढ़ाने का काम करता है बल्कि सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। गठिया की समस्या से निजात दिलाने के लिए रामबाण से कम नहीं है हल्दी। हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व पाया जाता है, जो अर्थराइटिस के कारण जोड़ो में होने वाले दर्द से निजात दिलाने में मदद कर सकता है। हल्दी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुण जोड़ो के सूजन को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।
मेथी-
एक चम्मच मेथी के बीज लेकर रात में लगभग आधे गिलास पानी में भिगो कर रख दें। सुबह उठकर इस पानी को पिएं और बीजों को चबाकर खा लें। इससे अर्थराइटिस में राहत मिलती है। मेथी, हल्दी व सोंठ को बराबर मात्रा में लेकर उसका पाउडर बना लें। सुबह-शाम 1-1 चम्मच पाउड़र को गुनगुने पानी या दूध के साथ सेवन करें। इसका प्रयोग करने से जोड़ों के दर्द एवं सूजन में लाभ मिलता है।
अदरक-
अदरक जोड़ो के दर्द और सूजन से निजात दिलाने में मदद कर सकता है। अदरक शरीर के प्रोस्टाग्लैंडीन के स्तर को कम करता है और गठिया की समस्या से निजात दिलाने में मदद कर सकता है। अदरक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुण पाए जाते हैं जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
मुलेठी-
मुलेठी को लीकोरिस रूट के नाम से भी जाना जाता है।यह न केवल हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का कम करती है।बल्कि शरीर को संक्रमण से बचाने में भी मदद कर सकती है।मुलेठी को आयुर्वेद में कई औषधी को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। मुलेठी में पाए जाने वाले गुण जोड़ो के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
अजवाइन-
अजवाइन के सेवन से भी जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है। इसके लिए एक गिलास पानी में आधा चम्मच अजवायन और अदरक डालकर उबालें। इसे लगभग आधा गिलास सुबह-शाम दिन में दो बार पीएं। इससे पसीना आता है जो शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करता है और दर्द से राहत दिलाता है।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।