देश और दुनिया में कोरोना का कहर अब भी जारी है। स्थिति ये है कि आज भी 10 हजार से ज्यादा मामले हैं। लेकिन, लंदन स्थित एयरफिनिटी लिमिटेड (London-based Airfinity Ltd) के अनुसार, जलवायु परिवर्तन, अंतर्राष्ट्रीय यात्रा में वृद्धि, बढ़ती आबादी और जूनोटिक बीमारियों का बढ़ना आने वाले दिनों में एक बड़ी महामारी का कारण बन सकती है। इसके अलावा इससे जुड़े एक फर्म (predictive health analytics firm) की रिपोर्ट ये बताती है कि आने वाले समय में जूनोटिक रोगों का खतरा तेजी से बढ़ सकता है। आइए, जानते हैं इस रिपोर्ट के बारे में विस्तार से।
आने वाले 10 सालों में दुनिया देखेगी एक और बड़ी महामारी: रिसर्च
एयरफिनिटी लिमिटेड के अनुसार दुनियाभर में जूनोटिक बीमारियां बड़ी तेजी से बढ़ रही हैं। हर दिन बर्ड फ्लू, बंदर और चमकादर के कारण फैलने वाली बीमारियां सामने आ रही हैं। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विशेषज्ञ अपना ध्यान अगले संभावित वैश्विक खतरे की तैयारी पर लगा रहे हैं। उनका मानना है कि पिछले दो दशकों में SARS और MERS वायरस बढ़े हैं। तो, जहां साल 2009 में स्वाइन फ्लू महामारी थी तो, वहां आज कोरोना महामारी है और आने वाले 10 सालों में और भी महामारी फैल सकती हैं। इसलिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
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मैन-टू-मैन इंफेक्शन वाले रोग बढ़ेंगे
मैन-टू-मैन इंफेक्शन के कारण महामारी तेजी से फैल सकती है। पक्षियों और तमाम जीवों में जीन म्यूटेशन का होना, वैज्ञानिकों और सरकारों के बीच चिंता पैदा कर रही है। मानना है कि आने वाले सालों में ये समस्या और तेजी से बढ़ सकती है और बड़ी महामारी का कारण बन सकती है।
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एयरफिनिटी ये भी कहना है कि तमाम स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रहना चाहिए और अपने आस-पास होते तमाम बदलावों पर नजर रखना चाहिए। साथ ही जलवायु परिवर्तन को लेकर दुनिया के तमाम बड़े देशों को सख्त नियम बनाने की जरुरत है। इतना ही नहीं टीकाकरण करवाना, आम जनता के बीच जागरूकता फैलाना, इस स्थिति से बचाने में मदद कर सकता है।