Amla for uric acid: एक्सरसाइज की कमी और खराब मेटाबोलिज्म शरीर में यूरिक एसिड की समस्या को बढ़ाने का काम करती है। ये असल में वेस्ट प्रोडक्ट है जिसका जमा होना हड्डियों को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में इस समस्या में आपको उन फलों का सेवन करना चाहिए जो कि विटामिन सी, साइट्रिक एसिड और ड्यूरेटिक गुणों से भरपूर हो। ऐसा ही एक फल है आंवला। इसके अलावा भी आंवला में कई ऐसे गुण हैं जो कि इस समस्या को कम करने में मददगार हो सकता है। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
हाई यूरिक एसिड में आंवला खाने के फायदे-Amla for uric acid in hindi
1. प्यूरिन मेटाबोलिज्म को तेज करता है आंवला
आंवला प्यूरिन मेटाबोलिज्म को तेज करने में मददगार है। ये असल में विटामिन सी और फाइबर से भरपूर है जो कि प्यूरिन पचाने की गति में तेजी लाता है। इसके अलावा ये ड्यूरेटिक की तरह भी काम करता है, यानी कि ये प्यूरिन को शरीर से फ्लश ऑउट करने में मददगार है। इस तरह प्रोटीन से निकला वेस्ट प्रोडक्ट प्यूरिन पच जाएगा और शरीर में जमा नहीं होगा।
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2. पथरियों को पिघलाने में मददगार
पथरियों को पिघलाने में आंवला का सेवन कई प्रकार से फायदेमंद है। इसका साइट्रिक एसिड, पथरियों को पिघलाने की क्षमता रखता है और हड्डियों के बीच इन्हें डिजॉल्व करने में मदद करता है। इसके बाद इसे पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकाल देता है और पथरी की समस्या को कम करने में मददगार है।
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3. एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर
आंवला एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और ये हाई यूरिक एसिड की वजह से होने वाले गाउट के दर्द को भी कम करने में मददगार है। दरअसल, इसकी क्षमता इतनी है कि ये सूजन को कम कर सकता है और दर्द को खींच लेता है। तो, इन तमाम कारणों से आपको यूरिक एसिड की समस्या से बचने के लिए आंवला का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा भी ये इम्यूनिटी बूस्टर है और सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है।