Highlights
- इसमें चीनी की मात्रा में 90 प्रतिशत कम कैलोरी पाई जाती है
- एल्यूलोज एक तरह की चीनी होती है, जो फ्रुक्टोज से मिलती-जुलती होती है
- कई फूड जैसे कटहल, किशमिश, मेपल सिरप, ब्राउन शुगर, कारमेल सॉस आदि में शामिल है
हम अक्सर वजन कम करने के लिए चीनी को अपनी डाइट से कट कर देते हैं, हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि कैलोरी बढ़ने की वजह से वजन बढ़ने की समस्या होने लगती है, लेकिन जिन लोगों को मीठा का शौक होता है उनके लिए मीठा छोड़ना बहुत ही बड़ा चैलेंज होता है। ऐसे में वौ इसके ऑप्शन तलाशते हैं, जैसे मिश्री, गुड़, छुआरा आदि, लेकिन अब इसका एक और विकल्प आ गया है जो मीठा तो होता है लेकिन इसमें कैलोरी नहीं होती है। इसका नाम है एल्यूलोज। इसमें चीनी की मात्रा में 90 प्रतिशत कम कैलोरी पाई जाती है। तो चलिए जानते हैं क्या है एल्यूलोज और इसके फायदे-
क्या है एल्यूलोज-
एल्यूलोज एक तरह की चीनी होती है, जो फ्रुक्टोज से मिलती-जुलती होती है। कई फूड जैसे कटहल, किशमिश, मेपल सिरप, ब्राउन शुगर, कारमेल सॉस आदि में शामिल है। यह प्राकृतिक रूप से फलों में पाई जाने वाली चीनी होती है। हेल्दी होने के साथ यह मोबिलाइज्ड नहीं है, इसलिए इसमें कैलोरी नहीं होती है। इसका वैज्ञानिक नाम सुक्रोज (sucrose) है। एल्यूलोज में काफी कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। यह डायबिटीज रोगियों के लिए उपयुक्त है और साथ ही यह फिटनेस को मेंटेन करने के लिए भी परफेक्ट है क्योंकि इसमें चीनी नहीं है। दिल के सेहत के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है।
एल्यूलोज के फायदे-
वजन कम करे-
इसमें कैलोरी बहुत ही कम मात्रा में पाई जाती है, जो वजन को नियंत्रण में रखने के लिए जरूरी होता है। आप वेट लॉस जर्नी के दौरान एल्यूलोज का सेवन कर सकते हैं। इससे आपकी शुगर क्रेविंग भी कम होगी और आप चीना खाने से बच जाएंगे।
डायबिटीज रोगियों के लिए लाभकारी-
वजन कम करने के साथ ही एल्यूलोज ब्लड शुगर लेवल को भी प्रभावित नहीं करता है। इसलिए डायबिटीज रोगियों के लिए इसका सेवन करना उपयुक्त हो सकता है।
दिल को रखें स्वस्थ-
एल्यूलोज दिल को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है। यह हेल्दी हार्ट के लिए बहुत जरूरी है। आप अपने दिल की सेहत को ध्यान में रखते हुए इसका सेवन कर सकते हैं। यह दिल के साथ ही हमें सेहतमंद करने का काम करता है।
चीनी और एल्यूलोज में अंतर-
एल्यूलोज न सिर्फ अलग है बल्कि हेल्दी भी है,लेकिन इसके लिए आपको चीनी के बारे में जानना जरूरी है। चीनी को तीन तरीके में बांटा गया है। मोनोसैक्राइड, डिसैक्राइड और ओलिगोसैचेराइड्स। मोनोसैक्राइड चीनी का सरल रूप है और इसमें ग्लूकोज, फ्रक्टोज शामिल है। इन दोनों को मिलने पर डिसैक्राइ बनता है। रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली चीनी डिसैकराइड है क्योंकि यह ग्लूकोज और फ्रक्टोज से बनी होती है। एल्यूलोज एक मोनोसैक्राइड है जिसमें चीनी के बराबर मीठा होता है। इसे डायबिटीज के मरीज भी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा यह दांतों पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालता है। ऐसे में आप बिना किसी नुकसान के इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।