एक नई स्टडी के मुताबिक, बुरी संगत आपका खानपान बिगाड़ सकती है। यानि आप ईटिंग डिसऑर्डर के शिकार बन सकते हैं। सबसे पहले समझ लें कि ईटिंग डिसऑर्डर है क्या? और ये कैसे आपकी सेहत पर असर डालता है। इसकी एक्स्ट्रीम स्टेज ना सिर्फ फिजिकली बल्कि मेंटली भी लोगों को वीक बना देती है। आपके आसपास बहुत से ऐसे लोग होंगे, जो बात-बात में ये कहते मिल जाएंगे मैं तो डाइटिंग पर हूं। फलां चीज खाने से मेरा वजन बढ़ जाएगा, तो कुछ ऐसे भी होंगे, जो बड़ी तेजी में ढेर सारा खाना खा जाते हैं और डकार तक नहीं लेते। कुछ ऐसे जो खाने के वक्त तो खा लेते हैं बाद में पछताते रहते हैं। यहां तक कि डिप्रेशन में चले जाते हैं। अच्छा अपने आस-पास के ऐसे लोगों की बातों को आप भले हल्के में लेते हों, लेकिन इनडायरेक्टली ये आपके मिजाज को बदलता है। जिसकी वजह से आपके खाने का ढंग भी बदलने लगता है। तभी तो वजन की फिक्र करने वालों की भूख कम हो जाती है। दिल की धड़कन बढ़ जाती है। शरीर में दर्द-थकान रहती है। वहीं जो जल्दी-जल्दी ढेर सारा खाना खाते हैं। वो हर वक्त नोजिया, लूज मोशन या फिर कॉन्स्टिपेशन की शिकायत करते हैं।
ईटिंग डिसऑर्डर की वजह से, हर साल 33 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गंवाते हैं। क्योंकि पेट की तमाम बीमारी के साथ ऐसे लोग एनीमिया, वीक मसल्स, हार्ट प्रॉब्लम, बीपी-गठिया की गिरफ्त में आ जाते हैं। तभी तो घर के बड़े-बजुर्ग कहते हैं सुकून के साथ स्वाद लेकर खाना चाहिए। ये नहीं कि ध्यान टीवी पर है और खाये जा रहे हैं। गुस्से में हैं और निवाला गटक रहे हैं। पेट भरने के लिए जो मिला, वही खा लिया। ये तमाम आदतें आपका आपका पाचन चौपट कर सकती हैं। तो संयम और समझ के साथ कैसे खाएं और योग से कैसे पचाएं? स्वामी रामदेव से जानते हैं।
क्या है ईटिंग डिसऑर्डर?
- जरूरत से ज्यादा खाना
- भूख ना होने पर भी खाना
- तेजी से खाना खाना
- छुप कर खाना
- खाने के बाद शर्म महसूस करना
- बार-बार डाइटिंग करना
ईटिंग डिसऑर्डर की क्या है वजह?
- हार्मोन इम्बैलेंस
- फिट होने का जुनून
- स्ट्रेस-डिप्रेशन
- टीबी-डायबिटीज
- ज्यादा स्मोकिंग
ईटिंग डिसऑर्डर से बिगड़ा पाचन
- पेट दर्द
- कब्ज
- कोल्ड डायरिया
- कोलाइटिस
- एसिडिटी
- गैस-वॉमिटिंग
ईटिंग डिसऑर्डर का असर
- हार्ट प्रॉब्लम
- हाइपरटेंशन
- एनीमिया
- कमजोर मसल्स
- जोड़ों में दर्द
- पूरी दुनिया में हर साल 33 लाख मौत
सर्द मौसम-बिगड़ा पाचन की वजह
- हाई कैलोरी फूड
- वर्कआउट ना करना
- पानी कम पीना
- कमजोर इम्यूनिटी
- मोटापा
सर्दी में रखें ख्याल कब्ज रहेगा दूर
- फिजिकल एक्टिविटी करें
- चाय-कॉफी कम पीएं
- ज़्यादा पानी पीएं
- स्मोकिंग-एल्कोहल से बचें
- स्ट्रेस ना लें
कब्ज की टेंशन कराएं ये जरूरी चेकअप
- ब्लड टेस्ट कराएं- थायराइड टेस्ट, कैल्शियम टेस्ट, CBC टेस्ट
- कोलोनो-स्कोपी कराएं- गंभीर कब्ज में
- रेक्टल-मैनोमीट्री- पेट मसल्स के लिए
पेट सेट तो हेल्थ परफेक्ट
- सुबह उठकर गुनगुना पानी पीएं
- 1-2 लीटर पानी एक बार में पीएं
- पानी में सेंधा नमक - नींबू मिला सकते हैं
- पानी पीने के बाद 5 मिनट स्ट्रेचिंग करें
आंत को मजबूत बनाने के लिए खाएं गुलकंद
- गुलाब के पत्ते
- सौंफ
- इलायची
- शहद
- मिलाकर पेस्ट बनाएं
- रोज 1 चम्मच खाएं
पेट होगा सेट रोज पीएं पंचामृत
- गाजर
- चुकंदर
- लौकी
- अनार
- सेब
- सबका जूस निकालकर पीएं
गैस होगी दूर
- अंकुरित मेथी खाएं
- मेथी का पानी पीएं
- अनार खाएं
- त्रिफला चूर्ण लें
खराब पाचन में रामबाण पंचामृत
- जीरा
- धनिया
- सौंफ
- मेथी
- अजवाइन
- एक-एक चम्मच लें
- मिट्टी /कांच के ग्लास में डालें
- रात में पानी में भिगो दें
- सुबह खाली पेट पीएं
- लगातार 11 दिन पीएं