उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक, हरियाणा से लेकर पंजाब तक हर एक सांस सेहत पर भारी है और आम आदमी के पास घुटते दम में कुछ ना कर पाने की लाचारी है। बीते दिनों दिल्ली में वायु प्रदूषण का ऐसा बम फटा कि AQI लेवल 500 के करीब पहुंच गया। दरअसल AQI का मतलब है एयर क्वालिटी इंडेक्स यानि जिस हवा में हम सांस ले रहे हैं वो कैसी है।
नॉर्मल AQI का लेवल 0 से 50 के बीच होना चाहिए। लेकिन 10 नवंबर को दिल्ली एनसीआर के कुछ इलाको में AQI लेवल सेफ लेवल से 14 गुना ज्यादा था। अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि अगर हवा की ऐसी क्लाविटी होगी तो इंसान क्या, कुदरत का भी दम घुटना लाजमी है और यही वजह है कि प्रदूषण का ये स्तर दिन ब दिन लंग्स को तो खराब कर ही रहा है और लोगों को हार्ट का मरीज भी बना रहा है।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक हवा में मौजूद खतरनाक कण फेफड़ों के जरिए खून में पहुंच जाते हैं, जिससे हार्ट में सूजन आ जाती है और यही सूजन अगर कुछ वक़्त तक बनी रहे तो हार्ट अटैक की वजह बन सकती है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक एयर पॉल्यूशन से उन लोगों को ज्यादा परेशानी हो सकती हैं जो पहले से ही दिल की बीमारियों से जूझ रहे है या जिनका कुछ समय पहले ही हार्ट का ऑपरेशन हुआ है।
दिल्ली के डॉक्टर्स की मानें तो पिछले 2 हफ्तों में अस्पतालों में हार्ट के पेशेंट्स की संख्या और हार्ट अटैक के केस दोनों ही बढ़े हैं।
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प्रदूषण को कैसे कंट्रोल किया जाए इस पर सिर्फ भारत में नहीं पूरी दुनिया में काम हो रहा है। लेकिन सेहत पर आई इस इमरजेंसी के बीच हार्ट को कैसे दुरुस्त रखा जाए ताकि दिल ना घबराए और हार्ट की बीमारियां आपको छू ना पाएं। योग ने ना सिर्फ हार्ट के सारे पैरामीटर ठीक रहेंगे बल्कि जो दिल के मरीज हैं उन्हें भी फायदा होगा। स्वामी रामदेव से जानिए किस तरह आप रख सकते हैं अपने फेफड़े और दिल को हेल्दी।
दिल क्यों हुआ बीमार ?
- खराब आदतें
- फास्ट फूड
- हैवी स्मोकिंग
- हाई प्रोटीन डाइट
- स्टेरॉयड
- स्ट्रेस-टेंशन
- नींद की कमी
- प्रदूषण
दिल का रखें ख्याल
- धूल या धुएं वाली जगहों से बचें
- घर में ही योग करें
- सुबह सैर पर जाने से बचें
- मास्क पहनकर ही बाहर निकले
- कोलेस्ट्रॉल की जांच कराएं
- गुनगुना पानी पीएं
दिल को हेल्दी रखेंगे ये योगासन
यौगिक जॉगिंग
- इम्यूनिटी होगी मजबूत
- फेफड़ों को ज्यादा ऑक्सीजन बढ़ाए
- शरीर को फिट बनाए
- ऊर्जावान बनाए
सूर्य नमस्कार
- फेफड़ों में ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचाए
- माइग्रेन, सिरदर्द में लाभकारी
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- वजन बढ़ाने में कारगर
- एनर्जी लेवल बढ़ाए
सूक्ष्म व्यायाम
- बॉडी को करे एक्टिव
- स्फूर्ति का संचार करे
- पूरे शरीर को स्ट्रेच करे
- सिरदर्द में फायदेमंद
- अस्थमा, अर्थराइटिस, सर्वाइकल में कारगर
मंडूकासन
- वजन घटाने के करे कम
- हाईजेशन को सही रखें
- गैस और कब्ज की समस्या में लाभकारी
- सिरदर्द में फायदेमंद
- लिवर, किडनी के लिए लाभकारी
- डायबिटीज को करे कंट्रोल
शशकासन
- लिवर, किडनी रोगों में कारगर
- पाचन तंत्र को रखे ठीक
- मानसिक रोगों से दिलाए मुक्ति
- मोटापा कम करने में करे मदद
- क्रोध, चिड़चिड़ापन को करे दूर
वक्रासन
- शरीर में ऑक्सीजन की कमी करे पूरी
- शरीर की इम्यूनिटी को करें मजबूत
- पेट की हर बीमारी से दिलाए छुटकारा
- पाचन क्रिया को रखें ठीक
गोमुखासन
- पीठ, बाहों को मजबूत करे
- रीढ़ की हड्डी को करे मजबूत
- थकान, तनाव को करे कम
- सर्वाइकल के दर्द में कारगर
- फेफड़ों के लिए फयदेमंद
उत्तानकुर्मासन
इस आसन के लिए वज्रासन में बैठ जाए और दाए हाथ से बाए कंधों के नीचे रखें। इसी तरह बाए हाथ से दाएं कंधों को छुएं।
पवनमुक्तासन
- फेफड़ों को रखें हेल्दी औऱ मजबूत
- ब्लड प्रेशर को करे नॉर्मल
- किडनी को रखे हेल्दी
- पेट की चर्बी करे कम
- एसिडिटी में कारगर
उत्तापादासन
- बदलते मौसम में रोगों से करे बचाव
- पेट और पैर के मसल्स को बनाए मजबूत
- शरीर को सुंदर औस सुडौल बनाए
- मोटापा कम करने में सहायक
नौकासन
- पाचन शक्ति को रखें ठीक
- वजन कम करने में करे मदद
- शरीर का करे खिंचाव
- सिरदर्द से दिलाए निजात
- जोड़ों के दर्द को करे कम
सेतुबंधासन
- साइनस, अस्थमा में कारगर
- तनाव में फायदेमंजद
- पीठ और सिरदर्द में कारगर
- अनिद्रा में लाभकारी
- पैरों को रखें मजबूत
मर्कटासन
- पीठ दर्द में लाभकारी
- गैस और कब्ज में फायदेमंद
- सर्वाइकल में लाभकारी
- गुर्दे, अग्नाश्य में लाभकारी
हेल्दी हार्ट के लिए प्राणायाम
भस्त्रिका
इस प्राणायाम को 3 तरह से किया जाता है। पहले में 5 सेकंड में सांस ले और 5 सेकंड में सांस छोड़े। दूसरे में ढाई सेकंड सांस लें और ढाई सेकंड में छोड़ें। तीसरा तेजी के साथ सांस लें और छोड़े। इस प्राणायाम को लगातार 5 मिनट करें।
कपालभाति
इस प्राणायाम को 5 से 10 मिनट करें। हर 5 मिनट के बाद 1 मिनट आराम करें। कफ , सर्दी, जुकाम, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, कैंसर, टीबी, हाइपरटेंशन, अस्थमा, खून की कमी, बीपी, हार्ट के ब्लॉकेज सहित कई बीमारियों से दिलाएं निजात।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें।अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।
भ्रामरी प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पहले सुखासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अंदर गहरी सांस भरते हैं। सांस भरकर पहले अपनी अंगूलियों को ललाट में रखते हैं। जिसमें 3 अंगुलियों से आंखों को बंद करते हैं। अंगूठे से कान को बंद कते हैं। मुंह को बंदकर 'ऊं' का नाद करते हैं। इस प्राणायाम को 3-21 बार किया जा सकता है।
दिल का रखें ख्याल
- धूल या धुएं वाली जगहों से बचें
- घर में ही योग करें
- सुबह सैर पर जाने से बचें
- मास्क पहनकर ही बाहर निकले
- कोलेस्ट्रॉल की जांच कराएं
- गुनगुना पानी पीएं
हार्ट होगा मजबूत बस अपनाएं ये नेचुरल उपाय
1 चम्मच अर्जुन की छाल, 2 ग्राम दालचीनी, 5 तुलसी को उबालकर काढ़ा बनाएं। रोज़ पीने से ब्लॉकेज दूर होगा।
हार्ट रहेगा हेल्दी करें इन चीजों का सेवन
- मौसमी फल
- हरी सब्जियां
- साबुत अनाज
- लो फैट डेयरी प्रोडक्ट
- लौकी का सेवन किसी न किसी तरह से करें।