इंसान भी कितना अजीब है जो चीज नुकसान करती है उससे परहेज नहीं करता जिस काम से कुदरत पर बुरा असर पड़ता है उसी काम को बार-बार करता है। लगातार जलती पराली ने लोगों की जान आफत में डाली हुई है ऊपर से बम-पटाखे ने भी बाकी कसर पूरी कर दी नतीजा तो आप देख ही रहे हैं। दिक्कत ये है कि जहरीली हवा सिर्फ सांस की परेशानी नहीं बढ़ा रहा।इसका असर अब शरीर के हर ऑर्गन्स पर दिखने लगा है। 10 अक्टूबर के बाद जैसे-जैसे हवा बद से बदतर होती गई। सांस से जुड़ी परेशानियां भी बढ़ने लगी। जो लोग हेल्दी हैं वो भी थकान, सिरदर्द, स्ट्रेस, आंख-नाक और गले में जलन की शिकायत करने लगे हैं खराब हवा का असर न्यूरो सिस्टम और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर भी दिखाई देने लगा है।अब हर तरफ जब जहर फैला होगा तो उसका असर भी हर चीज पर दिखेगा। लेकिन दिक्कत सबसे ज्यादा अक्टूबर-नवंबर के फेस्टिव सीजन यानि नवरात्र से कार्तिक पूर्णिमा-देव दिवाली के पीरियड में बढ़ती है। लोग सेलिब्रेशन के मूड में होते हैं। कंट्रोल बिल्कुल छूट जाता है।
तला-भुना, मीठा-नमकीन ना जाने क्या-क्या खाते हैं एक तरफ हैवी-ऑयली फूड दूसरी तरह एयर पॉल्यूशन की वजह से शरीर में ऑक्सीजन की कमी नतीजा मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और जिसका असर डायजेस्टिव फंक्शन पर पड़ता है। एक्स्ट्रा फूड फैट में तब्दील होकर लिवर-आंत पर जमने लगता है और फिर त्योहार के इस मौसम में आपको कोई बदहजमी-कब्ज, गैस-एसिडिटी तो कोई ओवर इटिंग से परेशान दिखता है।कहने का मतलब ये कि अगर आप भी उन्हीं लोगों में से हैं तो सावधान हो जाइए। अबोहवा को बदलना अकेल किसी एक के हाथ में नहीं है लेकिन अपनी हिफाजत तो है ही और तभी तो हैप्पी दिवाली के बाद भैया दूज, छठ और दूसरे त्योहार खुशी-खुशी मना पाएंगे।कल गोवर्धन पूजा भी है। सोचिए कुछ जादू हो जाए एक ही झटके में जहरीली हवा फिल्टर हो जाए ये मुमकिन नहीं है लेकिन योग का फिल्टर तो है ही। स्वामी जी जिसका डर था वही हुआ। दिल्ली की हवा और जहरीली हो गई वो भी तब जब रात में तेज हवा चली है। पिछले साल तो दिवाली के अगले दिन AQI 218 के करीब था लेकिन इस बार तो 400 के करीब पहुंच गया। स्वामी जी त्योहार के इस मौसम में लोग सेहतमंद रहें। इसके लिए आज लंग्स से लेकर किडनी-लिवर तक को दुरुस्त करना होगा।
जहरीली हवा से बचें:
- हवा में छोटे-छोटे कण
- सांस से लंग्स में
- लंग्स से ब्लड में
- ब्लड से पूरे शरीर में
- गंभीर बीमारी का खतरा
- लंग्स,आंख,ब्रेन पर असर
एलर्जी में रामबाण
- 100 ग्राम बादाम
- 20 ग्राम कालीमिर्च
- 50 ग्राम शक्कर
- मिलाकर पाउडर बनाएं
- 1 चम्मच दूध के साथ लें
एलर्जी में फायदेमंद - सरसों का तेल
- सोते वक्त तलवों पर गर्म सरसों तेल लगाएं
- नाभि में सरसों तेल डालें
- नाक में सरसों तेल डालें
गले में एलर्जी
- नमक पानी से गरारा
- सरसों तेल से नस्यम
- मुलेठी खाने से फायदा
स्किन एलर्जी पेस्ट लगाएं
- एलोवेरा
- नीम
- मुल्तानी मिट्टी
- हल्दी
पौधे लगाएं- लंग्स बचाएं
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एरिका पाम
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स्नेक प्लांट
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मनी प्लांट
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बोस्टन फर्न
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फ्लेमिंगो लिली
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तुलसी