देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान।।कितना बदल गया इंसान। मां का दूध बच्चे के लिए अमृत है जो उसे जीवनदान देता है। मां के पौष्टिक दूध से शरीर का विकास होता है। गुणकारी दूध को पीकर नवजात हृष्ट-पुष्ट और बुद्धिमान बनता है। मां के दूध में तमाम न्यूट्रिशन और एंटीबॉडीज होते हैं जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है लेकिन दुर्भाग्य ये कि मिलावटखोरों ने इस अमृत को भी विष बना दिया। सही सुन रहे हैं आप, जीवन देने वाला मां का दूध इम्यूनिटी कमजोर कर रहा है। नवजात में कैंसर का खतरा बढ़ा रहा है क्योंकि 'केमो-स्फीयर मैगजीन' में छपी एक रिपोर्ट के मताबिक--92% मां के दूध में तय लेवल से ज्यादा सीसा मिला है और ऐसे हालात बने हैं खाने-पीने की मिलावटी चीजों से जिसमें आटा-चावल-सब्जियां और पीने का पानी भी है। यूनिसेफ के मुताबिक, देश में करीब 28 करोड़ बच्चों के खून में lead का लेवल ज्यादा होने से, हेल्थ इमरजेंसी की नौबत बन गई है।
वैसे मिलावट माफिया ने सिर्फ मां के दूध को ही खराब नहीं किया। सर्दी-जुकाम-चोट के दर्द में राहत देने वाली इम्यूनिटी बढ़ाने वाली मेडिसनल गुणों से भरपूर हल्दी को भी जहरीला बना दिया है। बाजार में 'लेड क्रोमेट' की लेप लगी चमकीली हल्दी पाचन बिगाड़ रही है।अब तो बोतल का पानी भी साफ नहीं रहा। पनीर में स्टार्च-मिलावटी दूध की मिलावट, मावा में कुट्टू का आटा, मिठाई पर लगने वाले सिल्वर वर्क में 80% तक एल्यूमिनियम तो गोलगप्पे का स्वाद बढ़ाने के लिए ट्वायलेट क्लीनर का इस्तेमाल।NO कोलेस्ट्रॉल के नाम पर जो तेल बिक रहे हैं उसमें 100% फैट मिला है। होलग्रेन-मल्टीग्रेन ब्रेड में रिफाइंड आटा तो NO एडेड शुगर वाली चीजें बस कहने के लिए है। उनके सैम्पल टेस्ट में हाई 'फ्रैक्टोज सिरप' मिला है।मिलेट्स की आड़ लेकर अब बर्गर-पिज्जा-पास्ता-चाउमीन जैसे अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड बिकने लगे हैं ताकि फिटनेस फ्रीक भी धोखा खा जाएं। अब ऐसे में सोचना पड़ेगा कि क्या खाएं और क्या ना खाएं? कैसे मिलावटी चीजों की पहचान करें और जो जहर शरीर में पहुंच गया है उसे बाहर कैसे निकालें?
खाने में मिलावट
- हल्दी पाउडर
- मिर्च पाउडर
- मसाला
- तेल
- घी
- हरी सब्ज़ी
- फ्रूट्स
मिलावटी सब्ज़ी - कैसे पहचाने?
- महक से पहचानें
- सफेद कपड़े पर रगड़ें
- गीली रूई से साफ करें
- ज़्यादा चमके तो सवाल करें
- रंग उतरा तो सब्ज़ी में मिलावट
- चमक फीकी हुई तो मिलावट
फल सब्ज़ी खरीदें - ध्यान रखें
- दाग- धब्बे वाली
- सब्जी-फल ना खरीदें
- नाखून से दबाकर देखें
फल खाने का तरीका
- गुनगुने पानी से अच्छे से धोएं
- फलों को काटकर देखें
- फिटकरी के पानी से धोएं
- क्लोरीन के पानी से धोएं
रंगों में केमिकल
- काला - लेड ऑक्साइड
- हरा - कॉपर सल्फेट
- सिल्वर - एल्युमीनियम ब्रोमाइड
- लाल - मरक्युरी सल्फाइड
- पीला - येलो मेटेलिक